दिल्ली में हुए भीषण आतंकी बम धमाके के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए शोपियां (जम्मू-कश्मीर) के निवासी यासिर अहमद डार को गिरफ्तार किया है। 18 दिसंबर को NIA ने जानकारी दी कि यह इस केस में नौवीं गिरफ्तारी है। आरोपी को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
यासिर अहमद डार को गुरुवार (18 दिसंबर) को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 26 दिसंबर तक NIA की हिरासत में भेज दिया। उसकी गिरफ्तारी, बारामूला के डॉक्टर बिलाल नसीर मल्ला की गिरफ्तारी के करीब एक हफ्ते बाद हुई है।
NIA द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, “राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले महीने दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के आसपास हुए बम धमाके के मामले में एक और प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस आतंकी हमले में 11 लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इस केस में गिरफ्तार नौवां आरोपी यासिर अहमद डार, शोपियां, श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) का निवासी है। उसे नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया और केस संख्या RC-21/2025/NIA/DLI में UAPA 1967 और BNS 2023 की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।”
NIA की जांच में सामने आया है कि यासिर अहमद डार की भूमिका केवल सहायक नहीं, बल्कि साजिश में सक्रिय भागीदारी की थी। एजेंसी के अनुसार, वह इस हमले के मृत आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन नबी और एक अन्य आरोपी मुफ्ती इरफान के लगातार संपर्क में था।
NIA ने कहा, “जांच में यह सामने आया है कि यासिर ने आतंकी साजिश में सक्रिय भूमिका निभाई और उसने फिदाइन आतंकी हमले को अंजाम देने की क़सम खाई थी। वह डॉ. उमर उन नबी और मुफ़्ती इरफान समेत अन्य आरोपियों के संपर्क में था।”
एजेंसी ने बताया कि वह विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने में जुटी है। इसी क्रम में हाल के हफ्तों में जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में कई संदिग्धों और आरोपियों के ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली गई, जहां से डिजिटल डिवाइस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। इससे पहले फरीदाबाद (हरियाणा) स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी परिसर और अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की गई थी, जहां मुख्य आरोपियों डॉ. मुज़म्मिल शकील गनई और डॉ. शाहीन सईद से जुड़े सबूत मिले थे।
लाल किले के करीब बम धमाके के मामले में अब तक जिन प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें डॉ. मुज़म्मिल शकील गनई (पुलवामा), डॉ. अदील अहमद राथर (अनंतनाग), डॉ. शाहीन सईद (लखनऊ) और मौलवी इरफान अहमद (शोपियां) शामिल हैं। NIA का कहना है कि जांच जारी है और आने वाले दिनों में इस आतंकी साजिश से जुड़े और नाम सामने आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
यह भी पढ़ें:
अमेरिकी वीज़ा संकट और गहराया: H-1B इंटरव्यू अब अक्टूबर 2026 तक टले
मुस्लिम लड़की के प्यार में अपने ही माता-पिता की हत्या कर नदियों में फेंके शव !
IMF ने ठोकी ऐसी कील की अपने देश में कंडोम तक सस्ता नहीं कर पा रहा पाकिस्तान
