परभणी में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है,जहां पुलिस मुख्यालय के क्वार्टर में एक निलंबित पुलिस कांस्टेबल की हत्या कर दी गई| इस घटना के बाद पुलिस विभाग पर सवालिया निशान उठाया जा रहा है कि क्या पुलिस क्वार्टरों में हत्याएं हो रही हैं तो क्या आम नागरिक सुरक्षित हैं?
मारे गए पुलिस कांस्टेबल का नाम गजानन शिवाजी पाटिल (36) है। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। परभनी पुलिस बल में कार्यरत सिपाही गजानन शिवाजी पाटिल को निलंबित कर दिया गया है| इसलिए उन्हें पुलिस मुख्यालय में नियुक्त किया गया।
25 जनवरी की रात करीब साढ़े 10 बजे परभणी स्थित पुलिस मुख्यालय के क्वार्टर में रहने के दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने सिर व सीने पर वार कर उनकी हत्या कर दी थी| इस घटना के सामने आने के बाद गजानन पाटिल के शव को पोस्टमार्टम के लिए परभणी जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया|
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के दूसरे दिन पुलिस अधिकारी तुलसीदास देशमुख की तहरीर पर नानालपेट थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है| इस घटना से परभणी पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस मुख्यालय में ही एक पुलिसकर्मी की हत्या के बाद से यह सवाल उठ रहा है कि क्या आम नागरिक सुरक्षित हैं|
उधर, घटना की जानकारी लगते ही परभणी के पुलिस अधीक्षक आर रागसुधा ने पुलिस बल के अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा किया और निरीक्षण किया। सहायक पुलिस निरीक्षक शिंदे घटना की जांच कर रहे हैं, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पुलिस कांस्टेबल गजानन पाटिल की हत्या क्यों की गई।
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