पात्रा चॉल घोटाला: संजय राउत 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में 

जमीन बेचने वालों ने शिवसेना नेता के काले कारनामों किया उजागर  

पात्रा चॉल घोटाला: संजय राउत 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में 
शिवसेना सांसद संजय राउत पात्रा चॉल घोटाले के चलते हिरासत में है। संजय राउत केस में  ईडी ने मंगलवार को पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) कोर्ट को बताया कि जमीन बेचने वालों ने संजय राउत की तरफ से जमीन खरीदने की पुष्टि की है। संजय राउत ने पांच  लोगों से जमीन खरीदी थी, जिसमें से दो लोगों के बयान को दर्ज किया गया। इन पांच लोगों के नाम उन दस्तावेजों में भी मिले थे, जिन दस्तावेजों को संजय के घर रेड मारने के दौरान बरामद किया गया था। ईडी ने दावा किया कि अपराध के जरिये आनेवाले मोटे रकम का उपयोग संजय राउत ने मुंबई के अलीबाग में जमीन को खरीदने में किया।

ईडी ने बताया कि जमीन बेचने वालों ने स्वीकार किया है कि दस्तावेज में जितनी रकम लिखी गई हैं, उतनी उन्हें दी गई। जमीन बेचने वालों ने कहा कि डील के लिए उन्हें कैश में रकम मिली थी। साथ ही जमीन बेचने वालों ने स्वीकार किया की भूमि को बेचने के लिए इन पर दबाव डाला गया था। इसके साथ ही जज एमजी देशपांडे ने संजय राउत को 22 अगस्त तक के लिए हिरासत में भेज दिया है। ईडी ने संजय राउत की बेल का विरोध करते हुए कहा कि बाहर निकल कर संजय सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर उसे मिटा सकते हैं।

फिलहाल के लिए संजय राउत को आर्थर रोड जेल में रखा गया है। इसी जेल में एनसीपी के नेता नवाब मलिक और अनिल देशमुख भी बंद हैं। संजय राउत को अदालत की तरफ से अनुमति मिली है, जिसके अंतर्गत वह घर का खाना खा सकते हैं और दवाइयां भी ले सकते हैं। इसके साथ ही संजय राउत ने अदालत से कहा कि वे दिल के मरीज हैं और उनके लिए बेड की व्यवस्था की जाए। इस पर जज ने कहा कि निजी तौर पर जेल में किसी के लिए भी बेड की व्यवस्था पर विचार नहीं किया जाता। इस व्यवस्था पर जेल प्रशासन द्वारा ही उचित इंतज़ाम किया जा सकता है।

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