उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद पर सर्वेक्षण के दौरान एक बार फिर दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। सोमवार (17 नवंबर 2025) को नियमित निरीक्षण के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम को दो व्यक्तियों द्वारा न केवल रोका गया, बल्कि डराने-धमकाने की भी कोशिश की गई। पुलिस ने दोनों आरोपी हाफ़िज़ और क़ासिम को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक, ASI टीम मस्जिद की संरक्षण और सफाई से जुड़े सर्वे के लिए पहुंची थी। टीम के मुख्य गुंबद क्षेत्र में प्रवेश करते ही हाफ़िज़ और क़ासिम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया और सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। टीम के अधिकारियों ने तुरंत इसकी लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ASI टीम को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी और किसी को भी सरकारी कार्य में बाधा डालने नहीं दिया जाएगा। स्थानीय प्रशासन ने साफ किया कि कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं किया जाएगा।
बोला था न
सिंघम के घर देर है अंधेर नहीं 🔥संभल “जामा मस्जिद” के इंतजामिया
कमेटी के 'हाफिज' और 'काशिद' गिरफ्तार🚨ASI को मस्जिद में जाने पर रोकने
और दंगे कराने की साज़िश के हैं आरोपWell Done सिंघम @Krishan_IPS ✊ pic.twitter.com/pIGNjdhkdb
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) November 17, 2025
घटना के बाद मस्जिद परिसर और आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। संवेदनशील माहौल को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी तरह की अफवाह या विवाद को पनपने से रोका जा सके।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष नवंबर में भी इसी मस्जिद में सर्वे के दौरान बड़ा विवाद हुआ था, जिसमें पथराव, हिंसा और तीन लोगों की मौत हुई थी। उस घटना की पृष्ठभूमि के कारण इस बार भी मामले को बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और मामले की जांच जारी है।
यह भी पढ़ें:
अपराध करने वालों को चुकानी ही होगी कीमत : सीएम योगी
कौन था माडवी हिडमा ?26 जानलेवा हमलों से जुड़ा मोस्ट-वॉन्टेड नक्सल कमांडर
हाथ में थे बिस्कुट के दो पैकेट लेकर 55 दिनों बाद जेल पहुंचे आज़म ख़ान



