भंडारा सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच करेगी एसआईटीः CM शिंदे

महिला आईपीएस के नेतृत्व में होगी जांच

भंडारा सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच करेगी एसआईटीः CM शिंदे

महाराष्ट्र के भंडारा में एक महिला के साथ बेरहमी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले की जांच के लिए एक महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) को आदेश दिया है, जिसे उन्होंने एक गंभीर और भीषण घटना बताया। प्रारंभिक पुलिस जांच के अनुसार, अपराध में कम से कम तीन व्यक्ति शामिल हैं, जिनमें से दो का पता लगा लिया गया है और उन्हें पूछताछ के लिए पकड़ा गया है .

सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस शासन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी के बीच राजनीतिक बहस छिड़ गयी है। पुलिस के अनुसार, भंडारा जिले के कर्धा थाना क्षेत्र के कान्हड़मोह गांव के पास 30 जुलाई से 2 अगस्त के बीच पीड़िता का यौन उत्पीड़न किया गया। आरोपियों ने महिला को राजमार्ग के पास फेंक दिया था, जहां कुछ ग्रामीणों ने नग्न और गंभीर रूप से घायल अवस्था में उस महिला को देखा, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने उसे पहले भंडारा के एक स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन उसके घाव गहरे होने के कारण उसे नागपुर के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसकी सर्जरी हुई है। हालांकि, उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली ने इस घटना पर गंभीरता से संज्ञान लिया है, जबकि अन्य नेताओं ने इसकी तुलना दिल्ली की एक दशक पुरानी निर्भया घटना से की।  भंडारा पुलिस भंडारा-गोंदिया राजमार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और जिले और आसपास के इलाकों में इस अपराध में शामिल एक या एक से अधिक लोगों की तलाश कर रही है।


भंडारा बलात्कार मामले की सुनवायी विशेष अदालत में हो:
  भाजपा नेता चित्रा वाघ ने शनिवार को मांग की कि भंडारा में तीन पुरुषों द्वारा 35 वर्षीय एक महिला से बलात्कार के मामले की सुनवाई विशेष अदालत में समयबद्ध तरीके से की जाए और आरोपियों को कड़ी सजा मिले।  महिला 30 जुलाई को  गोंदिया के तहसील के एक गांव में अपने भाई के घर जा रही थी, तभी एक आरोपी ने उससे दोस्ती की, उसके साथ बलात्कार किया और उसे छोड़ दिया।

 

एक अगस्त को कन्हलमोह इलाके में दो अन्य व्यक्तियों ने उसके साथ फिर बलात्कार किया और अगले दिन राहगीरों ने उसे अचेत अवस्था में पाया और पुलिस को सूचित किया। नागपुर के एक सरकारी अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता चित्रा वाघ ने कहा कि मामले की सुनवाई विशेष अदालत में समयबद्ध तरीके से होनी चाहिए। वाघ ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मामले के संबंध में भंडारा के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की है और चाहती हैं कि प्रशासन मनोधैर्य योजना के तहत जल्द धनराशि मुहैया कराए, जिसके तहत बलात्कार पीड़ितों को तत्काल वित्तीय सहायता देने का प्रावधान है।

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