बिहार में जमीन के बदले नौकरी मामले में आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में जा सकते हैं। दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट ने तेजस्वी को आज यानि शनिवार को सीबीआई के सामने पेश होने के लिए कहा है। बता दें कि, इस मामले में तेजस्वी यादव को सीबीआई तीन बार समन भेज चुकी है। बताया जा रहा है कि सीबीआई की पूछताछ सुबह 12 बजे से शुरू हो जाएगी। जो की काफी लंबी चलने वाली है। घोटाले को लेकर तेस्जवी से कई अहम सवाल किय जा सकते हैं। तेजस्वी को इससे पहले भी कई बार सीबीआई ने समन भेजा था लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।
हालांकि इस मामले में तेजस्वी यादव तीसरी बार भी सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। जिसके बाद तेजस्वी ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दी। जिसमें उन्होंने कहा कि था तेजस्वी बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं, चूंकि, विधानसभा का बजट सेशन चल रहा। इसके साथ ही तेजस्वी का कहना था कि उनकी पत्नी की तबियत भी ठीक नहीं है।
कहा जा रहा है कि सीबीआई की तरफ से पूछताछ कर तेजस्वी से इस घोटाले के बारे में सारी जानकारी ली जाएगी, साथ ही यह भी पूछा जाएगा कि किन लोगों से कितने पैसे लेकर कौन-सी नौकरी रेलवे में दी गई और सबसे बड़ा सवाल घोटाले के पैसे जिस कंपनी में डाले गए उसके डायरेक्टर खुद तेजस्वी यादव हैं तो फिर ये कैसे हुआ और उनका इस घोटाले से क्या कनेक्शन है।
सीबीआई की ओर से कोर्ट को भरोसा दिलाया कि वह तेजस्वी यादव को गिरफ्तार नहीं करेंगे। इस शर्त पर तेजस्वी यादव ने 25 मार्च यानी आज व्यक्तिगत रूप से सीबीआई के सामने पेश होने का भरोसा दिलाया। इससे पहले जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई ने तेजस्वी यादव पिता और पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और सांसद मिसा भारती समेत 16 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर रखी है। इसके साथ ही आरोप पत्र भी दायर किया है।
पूरा मामला लालू यादव के यूपीए सरकार में 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान का है। आरोप है कि रेल मंत्री रहने के दौरान बिहार में कई लोगों से रेलवे में नौकरी के बदले लालू यादव परिवार ने जमीन लिखवाई थी। इसी मामले को लेकर ईडी ने तेजस्वी के दिल्ली वाले बंगले पर भी रेड की थी। कहा गया थी लालू यादव ने अपने करीबी रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के जरिए मार्केट रेट से काफी कम कीमत पर जमीन बेच दी थी।
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