ठाणे। ठाणे के कोलशेत इलाके में लोभी मजदूरों द्वारा पेंटिंग ठेकेदार का मर्डर कर लाश को गुपचुप निर्जन जगह पर दफना दिए जाने की सनसनीखेज घटना हुई है। पुलिस ने इस प्रकरण में 2 गुनहगारों को गिरफ्तार किया है, जबकि उनके अन्य 3 सहयोगी फरार हैं। फरार गुनहगारों की तलाश में कापुरबावड़ी पुलिस सरगर्मी से जुटी हुई है।
1 सितंबर से था लापता
मृतक का नाम हनुमंत शेलके है। उसकी हत्या के मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम शिवा वर्मा और सूरज वर्मा हैं। पुलिस उपायुक्त डॉ. विनयकुमार राठोड के मुताबिक हनुमंत 1 सितंबर की रात करीब साढ़े 8 बजे अपने एक मजदूर के बीमार होने के कारण उसे रुपए देने कोलशेत नाका गया था। फिर वह वापस घर नहीं लौटा। लिहाजा, कापुरबावड़ी पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
मर्डर कर छीन ली सोना-नकदी
हत्या करने के बाद हनुमंत ने पहने 5 से 7 तोला वजन के सोने के आभूषणों सहित उसके पास से 10 हजार की नकदी छीन ली गई और उसके शव को कोलशेत के ही तरीचा पाड़ा इलाके में जमीन में गाड़ दिया गया था। अभियुक्तों का हत्या के बाद उसके निकटवर्तीयों से और भी फिरौती मांगने की योजना थी।
और 15 लाख की फिरौती की मंशा
शेलके की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद एक तरफ जहां पुलिस उसकी तलाश में खाक छान रही थी, वहीं दूसरी तरफ शेलके के बिजनेस पार्टनर संतोष पाटिल को 6 सितंबर को शेलके के ही मोबाइल से फिरौती के लिए कॉल आया। शेलके की रिहाई के लिए 15 लाख रुपए की मांग की गई थी। संतोष पाटिल के इस बाबत सूचना देने के बाद पुलिस के विशेष जांच दस्ते का गठन किया गया। दस्ते ने तकनीकी जांच के आधार पर इस मामले में शिवा वर्मा और सूरज वर्मा को धर दबोचा।