लखनऊ।कोरोना की लहर के बाद दूसरी लहर ने लोगों की कमर तोबारी ने परिवार समेत की ख़ुदकुशी, जाने सुसाड़ दी है। कई लोग आर्थिक तंगी से गुजर हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में सामने आया है। कच्चा कटरा मोहल्ले में एक दवा कारोबारी ने दो बच्चों सहित आत्महत्या कर ली। उसने एक सुसाइट नोट भी छोड़ा है जिसमें आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है। जानकारी के अनुसार ,दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता, पत्नी रिशू और दो बच्चों केसाथ फांसी लगा ली। अखिलेश गुप्ता ने पिछले साल दिवाली पर नया मकान लिया था। अखिलेश के परिवार में 40 वर्षीय पत्नी रिशू,12 साल का बेटा शिवांग, 6 साल की बेटी अभिजीता थी। चर्चा है कि अखिलेश गुप्ता इसके बाद आर्थिक तंगी से गुजरने लगे। सोमवार को 11:30 बजे के करीब अखिलेश के घर दूध देने वाला आया था। दूध लेकर पत्नी रिशू अंदर गईं। फिर दरवाजे को बंद कर दिया गया।
दोपहर करीब सवा बजे मोहल्ले के ही एक व्यक्ति ने अखिलेश के घर किसी काम से आये। उन्होंने देखा कि दरवाजा थोड़ा खुला हुआ है। उसके पीछे स्टूल की ओट लगी हुई थी। उन्होंने अखिलेश को आवाज दी। इसके बाद जवाब नहीं मिला तो उन्हें कुछ शक हुआ। तब वह कुछ और लोगों को लेकर आए और अखिलेश के घर में घुसे। मकान में नीचे दवा आदि का स्टोर था, दूसरी मंजिल पर जीने से चढ़ते ही देखा कि लाबी में छत पर पड़े जाल से अखिलेश और उनकी पत्नी रिशू के शव लटक रहे हैं। इसके बाद अंदर कमरे में पूजा घर के बाद बेटी अभिजीता और उसके पीछे बेटा शिवांग लटका हुआ था। पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने आते ही पूरे मकान की तलाशी ली। एक मेज पर अखिलेश का लिखा हुआ एक सुसाइड लेटर मिला। सीओ सिटी ने बताया कि सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी मौत का कारण लिखा हुआ है।अखिलेश मूल रूप से बरेली के फरीदपुर के मोहल्ला कच्चा कटरा के रहने वाले थे। काफी सालों से वह शाहजहांपुर में रह रहे थे।
समाचार बहुत सटीक होते हैं ।
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