दिनदहाड़े उमेश पाल और उनके दो अंगरक्षकों पर गोली और बमबारी की थी उस माफिया अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ टीम को ‘राष्ट्रपती वीरता पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार 15 अगस्त को राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस एनकाउंटर का नेतृत्व प्रयागराज एसटीएफ के तत्कालीन डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह ने किया था। यूपी पुलिस को काफी लंबे समय बाद यह पुरस्कार मिलने जा रहा है।
एसपी नवेंदु सिंह को चौथी बार ‘शौर्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा रहा है। इससे पहले उन्हें तीन बार सम्मानित किया जा चुका है। असद अहमद और शूटर गुलाम हसन दोनों का एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर कर दिया था। इस टीम में कुल 17 सदस्य शामिल थे, इन सभी सदस्यों को वीरता पुरस्कार दिया जाएगा।
24 फरवरी को उमेश पाल की उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। असद अहमद और गुलाम हसन दोनों को उमेश पाल पर गोली चलाते हुए सीसीटीवी में कैद किया गया था। असद और गुलाम दोनों को 13 अप्रैल को झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में पारीछा बांध के पास एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था। उस समय दोनों के पास से एक अत्याधुनिक ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर और एक पी-88 वाल्थर पिस्तौल भी जब्त की गई थी।
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