उत्तर प्रदेश के गुरुग्राम के नवरंगपुर गांव के 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की सनसनीखेज घटना प्रकाश में आयी है| जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उनमें ब्लॉक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष भी शामिल हैं। 30 लोगों ने गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) के कर्मचारियों और अधिकारियों को धमकाया, जो यहां सेक्टर 78 और 79 के बीच सड़क का निर्माण कर रहे थे। यही नहीं इनके द्वारा सिर पर बंदूक रखकर अधिकारियों से गांव की सड़क की मरम्मत करना था। पता चला है कि इन 30 ग्रामीणों ने सरकार से बंदूक की नोक पर गांव में सड़कों पर बने गड्ढों को भरने के लिए लगाया है |
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति ने निजी स्वार्थ के लिए गड्ढों को भरने के नाम पर ऐसा किया है. प्रखंड समिति के पूर्व अध्यक्ष होशियार सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि सीरियल पेट्रोल पंप के सामने सड़क बने। वही उन्होंने सीधे प्रशासन से दावा किया कि पंचक्रोशी के सभी गांव इस जगह पर सड़क बनाना चाहते हैं। यहां 20 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं|इसके बावजूद प्रशासन ने इस पर आंखें मूंद लीं।
इस मामले में जीएमडीए के अनुमंडल अधिकारियों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार उनकी टीम सेक्टर 78 और 79 में काम कर रही थी| जब निजी ठेकेदार, जीएमडीए टीम और कर्मचारी साइट पर काम कर रहे थे, तब 30 ग्रामीण थे और उन्होंने गाली देना शुरू कर दिया। उन्होंने कर्मचारियों के साथ मारपीट की और सीधे उनके सामने बंदूक तान दी।
बंदूक की नोक पर तीन सड़क निर्माण मशीनें और सड़क निर्माण के लिए आवश्यक कच्चा माल जब्त किया। उसके बाद उन्होंने टौरू रोड पर इस पेट्रोल पंप के सामने 50 मीटर सड़क का निर्माण किया| इस मामले में खेकरी दौला थाने के अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 148, 149, 186, 323, 353, 427 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है| मामले की आगे की जांच की जा रही है।
यह भी पढ़ें-
राजस्थान में बगावत के बाद क्या पार्टी नेतृत्व बैठक करेगा ?