उत्तराखंड में अंकिता हत्याकांड को लेकर राज्य में तीव्र विरोध किया जा रहा है| मामले को गंभीरता से लेते हुए संगठन और राज्य भाजपा की ओर से सख्त कदम उठाते हुए पिता विनोद आर्य और पुत्र अंकित आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया है|बात दें कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त के रूप में पुलकित आर्य को पौड़ी गढ़वाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है| घटना से पहले 19 वर्षीय अंकिता भंडारी पुलकित के रिसॉर्ट ‘वंतारा’ में बतौर रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्य कर रही थी|
इसके बाद अंकिता का शव रिसॉर्ट के पास स्थित नहर से पुलिस ने बरामद किया| युवती की जघन्य हत्या कांड मामले में पुलकित आर्य के शामिल होने के बाद उसके परिवार की सियासी रुतबे की भी राज्य भर में चर्चा होने लगी| पुलिकत आर्य के पिता और उसके बड़े भाई को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है|
गौरतलब हुई कि वर्ष 2022 राज्य में आचार संहिता लगने पहले अंकित आर्य की नियुक्ति पिछड़ा आयोग वर्ग में नियुक्ति की गयी थी| भंडारी हत्याकांड में पुलकित आर्य का नाम मुख्यआरोपी के रूप में आने के बाद राज्य में भाजपा के खिलाफ हत्यकांड को लेकर जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं| इसके बाद से संगठन और सरकार पर कार्यवाही का दबाव बढ़ गया था। इसी क्रम में सरकार ने अंकित आर्य को तत्काल प्रभाव से पद मुक्त कर दिया है। इसी के साथ भाजपा ने भी अंकित आर्य और विनोद आर्य को पार्टी से निकाल दिया है।
एम्स ऋषिकेश में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस अवसर पर अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए। मौके पर पहुंची भाजपा विधायक रेनू बिष्ट के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी|आक्रोशित भीड़ ने बिष्ट की गाड़ी के शीशे भी तोड़े| इस बीच बड़ी मशक्क्त के बाद पुलिस ने भाजपा विधायक को प्रदर्शनकारियों की भीड़ से बाहर निकाला।
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