पांच प्रण यानी 2047 तक बीजेपी !    

पांच प्रण यानी 2047 तक बीजेपी !    

PM Modi gave the mantra of 'Panchprana' for the dream of a developed country

देश आजादी के पचहत्तर साल होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। इस महोत्सव में देश का बच्चा बच्चा हिस्सेदार है। इसकी बानगी उनके हाथों में लहराते तिरंगे हैं। देश ने इन पचहत्तर सालों में कुछ अच्छे तो कुछ बुरे दिन भी देखें हैं। लेकिन कुछ सालों में भारत की तस्वीर में कई बदलाव देखें हैं जो अब से पहले नहीं थे। इसमें कड़े फैसले, किसी मसले को लटकाने के बजाय उसको जल्द से जल्द पूरा करना शामिल है। यह निर्णय देश की तक़दीर और तस्वीर बदलने में कामयाब रहे। देश में हर झोपडी से लेकर बंगला तक, गली से लेकर चौराहे तक तिरंगा लहरा रहा है। हर घर तिरंगा अभियान की यह सबसे बड़ी कामयाबी है।इस अभियान की कामयाबी इसलिए नहीं है कि हर भारतीय के दिल में देश प्रेम को जगाता है. इस सफलता हर घर पर झंड़ा फहराना है। अब केवल, सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों पर झंडे फहराना ही स्वतंत्रता दिवस नहीं है। बल्कि हर घर तिरंगा फहराना स्वतंत्रता दिवस है। हर भारतीय का स्वतंत्रता दिवस है।

बहरहाल, पीएम मोदी ने 15 अगस्त पर लाल किले की प्राचीर से कुछ बातें कही जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह हैं कि इस मौके पर 87 मिनट तक क़े अपने भाषण में पीएम मोदी ने, न पाकिस्तान, न ही आतंकवाद और न ही विदेश नीति की बात की. उन्होंने भारत के उन मुद्दों को छुआ जो देश के लिए जरूरी हैं। इस भाषण की चर्चा विश्व स्तर पर हो रही है. उद्योगपति बिलगेट्स ने पीएम मोदी क़े भाषण की तारीफ की.उन्होंने पीएम मोदी क़े भाषण में स्वस्थ और डिजिटल परिवर्तन को प्राथमिकता देने की बात को सराहा  .

पीएम मोदी ने लाल किले से 130 करोड़ जनता से भ्रष्टाचारियों और परिवारवाद के खिलाफ सहयोग की मांग की। उन्होंने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन साफ़ है पीएम ने कांग्रेस, के साथ अन्य दलों में परिवारवाद और भ्रष्टाचार को निशाने पर लिया। पीएम ने कहा कि परिवारवाद की वजह हमारे देश का टैलेंट छुपा रह जाता है। कुछ लोग जेल से बाहर है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों का महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए। भ्रष्टाचरियों क़े खिलाफ घृणा का जागृत होना जरुरी है तभी इससे पीछा छुड़ाया जा सकता है.

गौरतलब है कि कांग्रेस पर परिवारवाद और नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार भ्रष्टाचार का आरोप है। कुछ समय पहले ही ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ की थी। इस दौरान कांग्रेस ने सरकार पर ईडी और अन्य जांच एजेंसियों के जरिये विपक्ष पर अंकुश लगाने का आरोप लगाया था। वहीं, ममता बनर्जी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दो फ़्लैट से 50 करोड़ कैश बरामद किया गया था। वहीं, महाराष्ट्र में शिवसेना नेता संजय राउत धन शोधन क़े आरोप में जेल की हवा खा रहे हैं.

इसके अलावा उन्होंने पांच प्रण किये. जो 25 साल का खाका है. जिसमें विकसित भारत से कुछ कम नहीं की बात की. जबकि दूसरे प्रण में देश से पूरी तरह गुलामी के नामोनिशान मिटाने पर जोर दिया। इसी का उदारहण है कि पीएम मोदी ने जलियांवाला बाग़ को पूरी तरह नए तरीके  उसे स्थापित किया गया है। इसके अलावा उन्होंने एकता और एकजुटता की बात की। जहां जाति धर्म या क्षेत्रवाद की बात नहीं होनी चाहिए। तीसरी प्रण अपनी विरासत पर हमेशा गर्व करना चाहिए। इसी साल अमर जवान ज्योति को दूसरे जगह स्थानांतरित किया गया। इस पर विपक्ष ने होहल्ला मचाया था, लेकिन कुछ नहीं कर पाया। पीएम मोदी ने विरासतों को संजोया है। पांचवा प्रण नागरिकों का कर्तव्य पीएम मोदी ने देश को वह सिख दी है जिसे हर नागरिक को अपनाना चाहिए।

पहले एक कल्चर था जो होना है होने दो, जाने दो, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जनता ही है जो स्वच्छ अभियान को सफल बनाया है। यह नागरिक का कर्तव्य है कि देश हित में कानून का पालन करे। तो 25 साल के विजन में साफ है कि 2047 तक बीजेपी क़ो हटाने वाला नही है.  2047 में आजादी के 100 साल हो जाएंगे। वहीं, कांग्रेस ने देश पर 50 साल तक राज किया. इसके बाद बीजेपी का राष्ट्रीय स्तर फैलाव इस बात का सबूत है कि राज्यों में बीजेपी आती जाती रहेगी. लेकिन केंद्र में बीजेपी की ही सत्ता रहेगी. इस 25 साल में विपक्ष का चेहरा बदल सकता है। कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ती रहेगी। लेकिन विपक्ष के नाम पर क्षेत्रीय दल रह जाएंगे। रही बात बीजेपी के मुख्य अजेंडे की बात तो हिंदुत्व ही होगा।

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