चक्रवात रेमल रविवार रात पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकराया। मौसम विभाग ने बताया कि इस तूफान की तीव्रता 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा थी| मौसम विभाग ने कहा है कि रात साढ़े आठ बजे बंगाल के तट से करीब 30 किमी की दूरी पर दाखिल हुए ‘रेमल’ का असर करीब चार घंटे तक रहेगा|
बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात रेमल पश्चिम बंगाल से टकरा गया है। रविवार से ही बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश के कारण जलजमाव हो गया। चक्रवात रेमल ने कोलकाता और दक्षिण बंगाल की हवाई, रेल और सड़क परिवहन को बाधित कर दिया। बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन के टास्क फोर्स के साथ राहत बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए सकड़ों पर निकले। रविवार को चक्रवात के कारण नेताजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया।
पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट के साथ-साथ उत्तरी बंगाल की खाड़ी में आंधी की गति 110 से 120 किमी प्रति घंटा थी। इसके बाद 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली| मौसम विभाग ने कहा है कि छह घंटे बाद इसकी तीव्रता कम हो जायेगी| इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक की और तैयारियों की समीक्षा की| साथ ही केंद्रीय गृह विभाग को स्थिति पर नजर रखने को कहा है|
एक लाख से अधिक नागरिकों को निकाला गया: पश्चिम बंगाल सरकार ने सागर द्वीप और सुंदरबन से एक लाख से अधिक नागरिकों को तटीय इलाकों के साथ-साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। अधिकारियों ने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 16-16 इकाइयां तटीय क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। इसके अलावा 5.40 लाख तिरपाल बांटे गए हैं, साथ ही राशन, दूध पाउडर और पीने का पानी भी बांटा गया है|
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