मुंबई के सुप्रसिद्ध एमडी आयुर्वेदिक डॉ. नीलेश दोशी यूएसए में 4 हजार विशेषज्ञों को करेंगे संबोधित
Team News Danka
Updated: Sun 19th May 2024, 07:06 PM
हमारे देश के ऋषि-मुनि सैकड़ों वर्ष पहले आयुर्वेद पद्धति से उपचार किया करते थे| यही नहीं शरीर के वाह्य और अंदर दोनों प्रकार के रोगों का उपचार आयुर्वेद पद्धति से की जाती थी| आज के युग में भी आयुर्वेद पद्धति का विकास तेजी से हुआ है| वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों द्वारा आयुर्वेद पद्धति से उपचार को लेकर नित नये खोज किये जा रहे है| इसी क्रम में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन (एएससीआरएस) की ओर से लगातार प्रयास किया जाता आ रहा है|
बता दें कि जून 2024 में मुंबई के सुप्रसिद्ध डॉ. नीलेश दोशी (एमडी आयुर्वेदिक सर्जरी) देवांगी अस्पताल,मालाड (पूर्व) को यूएसए में पिलोनिडल साइनस के प्रबंधन के साथ पारंपरिक मिनिमल सिनेक्टोमी की केश श्रृंखला को लेकर अमेरिकन सोसाइटी ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन, बाल्टीमोर यूएसए की ओर से आमंत्रित किया गया है| इस दौरान डॉक्टर नीलेश दोशी द्वारा यूएसए के इस सम्मलेन में लगभग 4 हजार विशेषज्ञों को संबोधित करने वाले हैं,बात दें की डॉक्टर नीलेश दोशी विशेषकर पिलोनिडल साइनस पर क्षारसूत्र उपचार पर बात करने जा रहे हैं| वे पाइल्स फिशर और फिस्टुला का आयुर्वेदिक एमडी सर्जन है।
बता दें कि एएससीआरएस की ओर से आयुर्वेदिक वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों द्वारा बड़े पैमाने पर भाग लिया जा रहा है| आपको बता दें डॉक्टर नीलेश दोशी को आयुर्वेद का कई वर्षों का चिकित्सकीय अनुभव है| कई अस्पतालों से जुड़े होने के आलावा वे अन्य मेडिकल संस्थानों से भी जुड़े हुए हैं|
एएससीआरएस 2024 वार्षिक वैज्ञानिक बैठक: 2024 एएससीआरएस वार्षिक वैज्ञानिक बैठक का उद्देश्य बृहदान्त्र, मलाशय और गुदा के विकारों की रोकथाम और प्रबंधन के लिए अनुसंधान और शिक्षा के माध्यम से विज्ञान को आगे बढ़ाकर उच्च गुणवत्ता की देखभाल सुनिश्चित करना है। इस क्रम में डायवर्टीकुलिटिस, सूजन आंत्र रोग और एंडोमेट्रियोसिस जैसी सौम्य चिकित्सा स्थितियों के लिए चिकित्सा प्रबंधन, सर्जिकल हस्तक्षेप और उपचार रणनीतियों के बीच अंतर और एनोरेक्टल स्थितियों के उपचार के लिए सर्जिकल तकनीकों और चिकित्सा प्रबंधन का वर्णन करें। घातक स्थितियों के लिए उपयुक्त प्रबंधन रणनीतियों और उपचार योजनाओं का निर्माण और पेल्विक फ्लोर विकारों के लिए उचित प्रबंधन तकनीक और उपचार रणनीतियों के साथ ही साथ पेरिऑपरेटिव जटिलताओं और प्रभावी ईआरएएस प्रोटोकॉल के लिए प्रभावी प्रबंधन तकनीकों की प्रक्रिया को परिभाषित किया जाना है|
सतत चिकित्सा सूचना: अमेरिकन सोसाइटी ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन (एएससीआरएस) को चिकित्सकों के लिए सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) प्रदान करने के लिए चिकित्सा शिक्षा (एसीसीएमई) के लिए प्रत्यायन परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त है। एएससीआरएस इस सीएमई गतिविधि की सामग्री, गुणवत्ता और वैज्ञानिक अखंडता की जिम्मेदारी लेता है।आगामी सम्मेलन के साथ ही साथ 125 वर्ष का उत्सव भी जून 2024 में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन, बाल्टीमोर यूएसए द्वारा मनाया जा रहा है|