स्वतंत्रता सेनानी व लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की आज 31 अक्टूबर को 147वीं जयंती मनाई जा रही है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आज देश उन्हें याद कर रहा है। इस दिन को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। सरदार पटेल आजाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री थे। देश की आजादी में सरदार पटेल ने अपने अभूतपूर्व योगदान दिया था। जिसके बाद अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हुए भारत में सरदार पटेल को देश के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर देखा जाने लगा था। सरदार पटेल की लोकप्रियता के चलते कांग्रेस कमेटी ने नेहरू का नाम प्रस्तावित नहीं किया और पटेल पूर्ण बहुमत से पार्टी के अध्यक्ष बन गए लेकिन इस बात से पार्टी में विच्छेद न हो जाए, इस डर से गांधी जी ने सरदार पटेल को पीछे हटने को कहा। सरदार वल्लभ भाई पटेल को पता था कि वह देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं लेकिन उन्होंने गांधी जी की बात का मान रखा और अपना नामांकन वापस ले लिया।
हालांकि पटेल को देश का पहला उप प्रधानमंत्री बनाया गया। यह पद गृहमंत्री के समान था। उन्हें कई सारी जिम्मेदारियां सौंपी गईं। सबसे बड़ी चुनौती देसी रियासतों का भारत में विलय था। छोटे बड़े राजाओं, नवाबों को भारत सरकार के अधीन करते हुए रजवाड़े खत्म करना कोई आसान काम नहीं था लेकिन बिना किसी जंग के सरदार पटेल ने 562 रियासतों का भारत संघ में विलय कराया। वल्लभ भाई पटेल ने शराब, छुआछूत और नारियों पर अत्याचार के खिलाफ खूब लड़ाई लड़ी। हिन्दू-मुस्लिम एकता को बनाए रखने की बहुत कोशिश की। आजादी की लड़ाई के दौरान वह कई बार जेल भी गए लेकिन पटेल की दृढ़ता के सामने अंग्रेजी हुकूमत को झुकना पड़ा।
पीएम मोदी ने आज केवड़िया में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस में भी हिस्सा लिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं जयंती पर गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल को याद किया। उन्होंने एक वीडियो शेयर कर लिखा कि सरदार पटेल के लौह इरादों के आगे कुछ भी असंभव नहीं था। उन्होंने अपने दृढ़ नेतृत्व से अलग-अलग रियासतों में बंटे भारत को एकता के सूत्र में पिरोया। राष्ट्रहित के संकल्प से पूरा जीवन देश के लिए जीने वाले सरदार पटेल की जयंती पर उनके चरणों में नमन व सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पटेल चौक पर सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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