पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मामले में साथ कुल साथ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है। जिसमें एक एसपी, दो डीएसपी और चार इंस्पेक्टर शामिल है। किसानों द्वारा किये गए नाकाबंदी के कारण पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर लगभग 20 मिनट तक फंसा रहा। बीजेपी ने इस चूक के लिए पंजाब की तत्कालीन चरणजीत सिंह चन्नी सरकार पर हमला बोला था।
बता दें कि, यह घटना पिछले साल 5 जनवरी 2022 को हुई थी। जब पीएम मोदी पंजाब के दौरे पर थे। इसी दौरान ने पीएम मोदी को बठिंडा हवाई अड्डे से हुसैनीवाला तक हेलीकॉप्टर से एक रैली में शामिल होना था। लेकिन, ख़राब मौसम के कारण पीएम मोदी का काफिला हवाई अड्डे से फिरोजपुर तक सड़क मार्ग से आगे बढ़ा था। तब किसानों ने एक फ्लाईओवर पर पीएम मोदी का काफिला ट्रैक्टर और अन्य वाहनों के जरिये रोक दिया था। जहां काफिला लगभग 20 मिनट तक रुका रहा। इसके बाद पीएम मोदी ने अपने नियोजित कार्यक्रम में शामिल हुए बिना ही वापस लौट आये थे।
इसके बाद पिछले साल 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच करने के लिए एक समिति बनाई थी। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और पुलिस प्रमुख एस चट्टोपाध्याय को दोषी ठहराया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दावा किया गया है कि जब पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा था तब निलंबित अधिकारियों ने किसान आंदोलन के बारे में पूरी जानकारी होने के बावजूद अपने वरिष्ठों को कोई सूचना नहीं दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) (ऑपरेशन) गुरबिंदर सिंह सांगा को दूसरे जगह पर तैनात किया गया था,लेकिन उन पर आरोप लगा था कि इसके बावजूद वे वहां मौजूद थे।
निलंबित पुलिस अधिकारियों में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) (ऑपरेशन) गुरबिंदर सिंह सांगा को शनिवार को ही निलंबित किया गया था। वहीं पुलिस उपाधीक्षक ( DSP) पारसन सिंह, DSP जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह, इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह और सब इंस्पेक्टर जसवंत सिंह और सहायक पुलिस उपनिरीक्षक राकेश कुमार पर 22 नवंबर को कार्रवाई करने का आदेश दिया गया।
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