70 साल बाद भारत में फिर प्रकट हुआ विलुप्त चीता​

​इन आठ चीतों को प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से लाया गया है। इसे लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक ट्वीट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह नामीबिया से मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए चीतों को रिहा कर दिया।

Extinct cheetah reappeared in India after 70 years

लगभग 7 दशकों के बाद भारत से विलुप्त हो चुके चीता आज सुबह मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पा​​र्क में पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 72वें जन्मदिन पर इन चीतों को 10 किलोमीटर में फैले इलाके में रिहा करेंगे​|​​ इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य ​गणमान्य भी उपस्थित हुए| ​​

​विशेष कार्गो उड़ान बोइंग-717 में कुल आठ चीतों, पांच ​मादा​​ और तीन ​नर​ चीतों​ को लाया गया और ग्वालियर में उतारा गया। फिर उन्हें हेलीकॉप्टर से कुनो नेशनल पार्क लाया गया। एक वन अधिकारी के अनुसार, चीतों को एक महीने के लिए एक छोटे से क्षेत्र में रखा जाएगा और फिर क्षेत्र से परिचित होने के लिए दो महीने के लिए एक बड़े क्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

इन आठ चीतों को प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से लाया गया है। इसे लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक ट्वीट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह नामीबिया से मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए चीतों को रिहा कर दिया।

चीता एकमात्र बड़ा मांसाहारी है​,​ जिसे भारत से पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। इसका मुख्य कारण चीतों के लिए अति-शिकार और आवास का नुकसान है। हालांकि, चीतों को देश में फिर से लाना वन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक वरदान हो सकता है। चीते खुले मैदानों में रहते हैं, उनका निवास स्थान ज्​​यादातर वहीं होता है जहां उनका शिकार रहता है। घास के मैदान, झाड़ियाँ और खुले जंगल, अर्ध-शुष्क जलवायु और थोड़ा अधिक तापमान इनके लिए उपयुक्त होते हैं।

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