केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ कुछ राज्यों में आंदोलन चल रहा है। कुछ जगहों पर आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है। बिहार में भारी आर्थिक नुकसान और दो मौतों के साथ आंदोलन तेज हो गया है। इस हिंसा में कोचिंग सेंटर अब प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक हिंसा में गिरफ्तार लोगों के फोन चेक करने के बाद कुछ कोचिंग सेंटरों ने व्हाट्सएप के जरिए हिंसक विरोध, भड़काऊ संदेश और वीडियो भेजे| इसलिए आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है। गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों से पूछताछ में पता चला कि सात से आठ कोचिंग सेंटरों ने अपने फोन पर व्हाट्सएप के जरिए हिंसक संदेश भेजे थे| आंदोलन के हिंसक होने के बाद से बिहार में 138 मामले दर्ज किए गए हैं। 718 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
केंद्र सरकार ने जैसे ही अग्निपथ योजना की घोषणा की, कुछ राज्यों में युवाओं ने इसका विरोध किया। इस आंदोलन का असर बिहार में महसूस किया गया और प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों, बसों और वाहनों में आग लगा दी| इस बीच लगातार दंगाइयों से निपटा जा रहा है। बिहार के उपमुख्यमंत्री ने भी प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है|
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