‘लौह पुरुष’ को भुलाने का हुआ प्रयास, सदियों में कोई बनता है सरदार: शाह    

‘लौह पुरुष’ को भुलाने का हुआ प्रयास, सदियों में कोई बनता है सरदार: शाह    

केवड़िया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लौहपुरुष सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित राष्ट्रिय ‘एकता दिवस समारोह’ में शामिल हुए। केवड़िया में आयोजित इस समारोह में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह के अलावा  वायुसेना के अधिकारी, ओलंपिक , एशियन और विविध खेलों में मेडल विजेता खिलाड़ी आदि शामिल हुए।  इस दौरान उन्होंने कहा कि सरदार पटेल को भुलाने का प्रयास किया गया और आजादी के बाद उन्हें उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि स्टैचू ऑफ़ यूनिटी पूरी दुनिया को यह संकेत देती है कि भारत की एकता को कभी तोडा नहीं जा सकता है।

इस दौरान अमित शाह ने कहा, आज सरदार पटेल की जन्म जयंती है। मैं पूरे देश में करोड़ों देशवासियों को बताना चाहता हूं-‘सदियों में कोई एक सरदार बन पाता है, वो एक सरदार सदियों तक अलख जगाता है। शाह ने कहा, आज जो परंपरा हमारे देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने शुरू की है, देश के प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिन के रूप में मनाने की परंपरा को आज हम आगे बढ़ा रहे हैं।

गृह मंत्री ने कहा, एक जमाने में आचार्य चाणक्य ने देश को एकजुट रहने की सीख दी थी। इसके सदियों बाद सरदार ने देश को एकजुट किया। इसकी वजह से आज देश विश्व में अपना स्थान पा पाया। अंग्रेजों के सामने व्यावहारिक पक्ष की अगुवाई का नेतृत्व सरदार पटेल  ने किया था।

किसी भी बात को बेबाक तरह से रखना पटेल के व्यक्तित्व में शामिल था। शाह  ने कहा, सरदार पटेल की दी हुई प्रेरणा ने आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का कार्य  किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने के साथ, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है। केवड़िया किसी जगह का नाम नहीं है, ये तीर्थ स्थान बन गया है। अमित शाह ने कहा, सरदार साहब ने भारत को अखंड बनाने का प्रयास किया है। मगर दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरदार साहब को भुलाने का प्रयास किया गया। आजादी के बाद उनके योगदान को सही सम्मान नहीं मिला।

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