फिल्म में दिखाया जाता है कि इसी सोच पर नए भारत की हिफाजत की शुरुआत हुई है, जिसमें एक तरफ नई सीख और दूसरी तरफ तर्जुबा है। यह हिफाजत मां के दामन की तरह अमन के लिए है। साथ ही शॉर्ट फिल्म में बताया गया है कि जो हमने बनाया है, वो हमारा अपना है।
इस शॉर्ट फिल्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने लिखा, “इनोवेशन जिज्ञासा, अनुभव और साहस से आगे बढ़ता है, जिस तरह एक मां अपने बच्चे की रक्षा करती है, उसी तरह हमारे सैनिक देश की रक्षा करते हैं। अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस में हम उन्हें अत्याधुनिक तकनीक से सशक्त बनाते हैं, क्योंकि जो हमारी रक्षा करते हैं, उनकी सुरक्षा करना हमारा वादा है।”
एएएचएल में डायरेक्टर, जीत अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि जो हमारी रक्षा करते हैं, उनकी रक्षा करने से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं है। ‘हिफाजत की हिफाजत में’ भारत के रक्षकों के प्रति हमारा सम्मान है, जो एक मजबूत, सुरक्षित राष्ट्र के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
हाल ही में कानपुर में अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस संयंत्र के दौरे पर गौतम अडानी ने कहा था कि उनकी कंपनी का लक्ष्य मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान के लिए लगातार नई सीमाएं तय करना है। अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण क्षेत्र की देश की अग्रणी कंपनियों में से एक है, जो देश को विश्व स्तरीय रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण का हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले महीने बेंगलुरु में आयोजित ‘एयरो इंडिया 2025’ में अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस स्टॉल सुर्खियों में रहा था। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके. त्रिपाठी ने इसका दौरा किया और प्रदर्शन के लिए रखे गए अत्याधुनिक हथियारों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
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