नई दिल्ली। अनुराग ठाकुर के बाद अब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पंजाब के सीएम पर को वैक्सीन की काला बाजारी करने पर आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कोरोना की वैक्सीन को 20 निजी अस्पतालों को 1000 रुपये में बेचा है,जिसे अस्पताल 1500 रुपये में लगा रहे हैं। जावड़ेकर ने इस संबंध में एक वीडियो जारी किया है।बता दें कि अनुराग ठाकुर भी गुरुवार को अमरिंदर सिंह पर भी यही आरोप लगाया। उन्होंने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को कोरोना वैक्सीन की शीशियां कचरे में मिलने पर घेरा। दोनों नेताओ ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा, उन्हें लेक्चर देने के बजाय कांग्रेस शासित राज्यों में काम सही तरीके से चले।’
वीडियो मैसेज में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि को वैक्सीन के 1.40 लाख डोज राज्य में 400 रुपए में उपलब्ध कराई गई थी।जबकि पंजाब सरकार ने इसे 20 निजी अस्पतालों को 1,000 रुपये में बेच दिया। प्राइवेट अस्पताल इसे 1,500 रुपए में बेच रहे हैं। पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ‘राज्य महामारी से ग्रसित है। यहां वैक्सीन को लेकर मैनेजमेंट सही तरीके से नहीं किया जा रहा है और यहां तक कि राज्य सरकार टेस्टिंग को लेकर भी गंभीर नहीं है। पिछले तीन दिनों से पूरी सरकारी मशीनरी दिल्ली में है, ऐसे में राज्य को कौन देख रहा है? जावडे़कर ने कहा कि ‘अपनी अंदरूनी सियासत के लिए वो लोग पंजाब की जनता को नजरअंदाज कर रहे हैं। राहुल गांधी को दूसरों को लेक्चर देने के बजाए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है वहां काम सही तरीके से चले।’
बता दें कि कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा है कि पिछले कुछ दिनों से पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी में शामिल कुछ नेता यहां कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व से खुश नहीं हैं। पार्टी के अंदर खेमे में चल रही इसी खींचतान को खत्म करने के लिए कांग्रेस में तीन सदस्यों का एक पैनल बनाया गया है और इसी पैनल से मुलाकात करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री अभी दिल्ली में हैं।
अनुराग ठाकुर ने कैप्टन और गहलोत को घेरा : इधर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पंजाब सरकार पर वैक्सीन बेचने का आरोप लगाया था। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट्स कर राजस्थान और पंजाब सरकारों पर वन-टू का फोर पॉलिसी का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, ”कांग्रेस राज में.. कहीं वैक्सीन की कालाबाजारी तो कहीं कचरे में वैक्सीन। करने वाला कौन ? गांधी परिवार के खासम-खास मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर जी और गहलोत जी, समझिए कैसे…।” उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से टीका खरीद कर राज्यों को बेचती है 400 रुपये प्रति डोज की दर से। पंजाब सरकार ने वही टीका प्राइवेट अस्पतालों को बेच दिया 1060 रुपये प्रति डोज की दर से। प्राइवेट अस्पतालों ने आम जनता को वही टीका लगाया 1560 रुपये प्रति डोज की दर से। मतलब जो टीका जनता को मुफ्त में लगाना था, कांग्रेस राज में वही टीका 3120 रुपये में लग रहा है।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस की वन-टू का फोर पॉलिसी है।
राजस्थान में गहलोत सरकार पंजाब से दो कदम आगे निकल गई। राजस्थान में पहले 11.50 लाख से भी अधिक वैक्सीन की डोज बर्बाद की गई। अब राज्य के दस जिलों के 35 वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की हजारों डोज कचरे के डिब्बे में मिली हैं। पिछले दिनों एक अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि उसे राजस्थान में कचरे के ढेर में कोरोना वैक्सीन की 500 वायल मिले हैं। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद राज्य बीजेपी ने भी गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला था। राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां कहा था कि इसका आडिट होना चाहिए।