इंडिया गेट पर 50 वर्षों से जल रही अमर जवान ज्योति का शुक्रवार राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की ज्योति में विलय कर दिया गया। अमर जवान ज्योति को 1971 के युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में बनाया गया था। बता दें कि इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति की लौ को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में बमुश्किल 400 मीटर की दूरी पर अनन्त ज्वाला के साथ मिला दिया गया। यह विलय एक सैन्य समारोह के दौरान किया गया।
Delhi: The ceremony of merging Amar Jawan Jyoti flame at India Gate with the flame at the National War Memorial is underway. pic.twitter.com/Q5t83jieU6
— ANI (@ANI) January 21, 2022
मालूम हो कि 26 जनवरी, 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अमर जवान ज्योति का उद्घाटन किया गया था। अमर जवान ज्योति का निर्माण 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के याद के रूप किया गया था। इस युद्ध में भारत ने जीत दर्ज की थीऔर बांग्लादेश का निर्माण हुआ था। जबकि राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन 25 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं।
#WATCH | Delhi: Amar Jawan Jyoti flame at India Gate merged with the flame at the National War Memorial. pic.twitter.com/Nd1dnfvWYW
— ANI (@ANI) January 21, 2022
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र पर आरोप लगाया था कि अमर जवान ज्योति को बुझाया जा रहा है। जिस पर सरकार ने जवाब देते हुए कहा था कि जो लोग सत्तर सालों तक एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बना सके आज वह अमर जवान ज्योति का रोना रो रहे हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने शुक्रवार को ऐलान किया कि इंडिया गेट पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा लगाई जाएगी। जिसका उद्घाटन 23 जनवरी को खुद पीएम मोदी करेंगे।
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