आतंकी संचालन के लिए अमेरिका की धरती महफूज!; एफबीआई से मिले भारतवंशी!

इन दिनों खालिस्तानी लोग भारतीयों के जनरल स्टोर के सामने अपने वाहन खड़ा कर भारतीय लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं| इस मामले को लेकर भारतीय मूल के लोग एफबीआई से मुलाकात कर डर और गंभीर चिंता है|

आतंकी संचालन के लिए अमेरिका की धरती महफूज!; एफबीआई से मिले भारतवंशी!

America's soil safe for terrorist operations; Indians met FBI!

आज अमेरिका जैसे देश में भी आतंकी अपनी जड़े जमाते दिखाई दे रहे है| क्योंकि अमेरिका में रहने वाले भारतवंशियों पर हमले की घटनाओं में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है| हाल के महीनों में हिन्दुओं और जैन समुदाय में डर का माहौल बना हुआ है| इन दिनों खालिस्तानी लोग भारतीयों के जनरल स्टोर के सामने अपने वाहन खड़ा कर भारतीय लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं| इस मामले को लेकर भारतीय मूल के लोग एफबीआई से मुलाकात कर डर और गंभीर चिंता है|

बता दें कि यूएसए में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिकों द्वारा फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) और न्याय विभाग और पुलिस के अधिकारियों से एक भेट की गयी है। इस दौरान में भारतीय नागरिकों वहां पर गंभीर आरोप लगाते बताया कि भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए अमेरिका की भूमि का प्रयोग किया जा रहा है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों से भेट करने वाले भारतीयों समूह में नागरिकों में कई प्रमुख गणमान्य भी भाग लिए। इन लोगों ने अमेरिका में हिंदू समुदाय के लोगों के खिलाफ बढ़ रहे नफरत, बढ़ती आपराधिक घटनांओं पर चिंता जाहिर की और कार्रवाई की मांग की गयी।

भारतीय मूल के लोगों ने आरोप लगाया कि कानूनी एजेंसियां अमेरिका में बैठकर भारत में आतंकवाद फैलाने वाले आतंकी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही हैं। इस बैठक में न्याय विभाग के कई अधिकारियों के साथ ही एफबीआई के अधिकारी और सैन फ्रांसिस्को सहित नेवार्क पुलिस के अधिकारी भी शामिल हुए। भारतीय दल का नेतृत्व समुदाय के नेता अजय जैन भुतोरिया ने किया। बैठक में अमेरिका में हिंदू और जैन मंदिरों पर हुए हमलों का मुद्दा उठाया गया, साथ ही इस बात से नाराजगी जाहिर की गई कि कानूनी एजेंसियां आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही हैं।

इस दौरान बैठक में मौजूद कई अधिकारियों ने बताया कि वे खालिस्तानी मुद्दे के बारे में जानते नहीं हैं और समुदाय के लोगों को पहले उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए ताकि अलगाववादी समूहों के बारे में जागरुकता बढ़े। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात हुई। बीते चार महीने में ही 11 से ज्यादा हिंदू मंदिरों पर हमले हुए और मंदिरों की दीवारों पर भारत विरोधी स्लोगन भी लिखे गए।

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