नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना के बाद अब रक्षा क्षेत्र के शीर्ष अधिकारियों और कर्मियों के लिए भी एक बड़ा डिफेंस एनक्लेव तैयार करने की योजना पर काम कर रहा है. इस योजना में उपराष्ट्रपति आवास और उसके आसपास की इमारतों को तोड़ा जायेगा। यह जानकारी केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारी ने दी.
फ़िलहाल रक्षा मंत्री, राज्य रक्षामंत्री रक्षा सचिव, सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और कई अधिकारियों का कार्यालय साउथ ब्लॉक में स्थित है. नौसेना, सेना और वायु सेना के कार्यालय भी लूटियन क्षेत्र सहित मध्य दिल्ली के विभिन्न इलाकों में है.खबरों के अनुसार वर्तमान में रक्षा मंत्रालय के कई स्थानों पर विभिन्न कार्यालय हैं. इस योजना को 2026 तक करना है और ये केंद्रीय सचिवालय के तहत निर्मित होने वाली 10 इमारतों का हिस्सा होगा.
सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत एक नए संसद भवन, राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर के क्षेत्र में नया केंद्रीय सचिवालय, प्रधानमंत्री का नया आवास और कार्यालय के साथ उपराष्ट्रपति एंक्लेव का निर्माण किया जाना है. सूत्र ने कहा कि जिस जमीन पर वर्तमान में अभी उपराष्ट्रपति का आवास है, उसका और आसपास के इलाके का इस्तेमाल नये एंक्लेव के लिए किया जाएगा.
तय कार्यक्रम के मुताबिक नया संसद भवन नवंबर 2022, प्रधानमंत्री आवास दिसंबर 2022, उपराष्ट्रपति एंक्लेव सितंबर 2022, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र अप्रैल 2023, सांसदों का कक्ष मार्च 2024, भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार जून 2024 और केंद्रीय सम्मेलन केंद्र दिसंबर 2026 तक तैयार कर लिया जाना है.बता दें कि कोरोना काल में विपक्ष सेंट्रल विस्टा को रोकने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। विपक्ष का कहना है कि इस योजना में बेवजह पैसा बर्बाद किया जा रहा।