देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के चलते छोटे बच्चों के टीकाकरण की अनुमति मिल गई है। इसलिए जल्द ही 5 से 12 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। इंडियन फार्मास्युटिकल रेगुलेटरी अथॉरिटी (IRA) ने आपातकालीन उपयोग के लिए तीन टीकों को मंजूरी दे दी है, जैसे बायोटेक के कोवैक्सिन, बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स और ज़ायडस कैडिला के ज़ाइकोव-डी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। 6 से 12 साल के बच्चों को कोवासिन की दो खुराक, 5 से 12 साल के बच्चों को कॉर्बेवैक्स और 12 साल से अधिक उम्र वालों को ज़ायकोव-डी की खुराक दी जाएगी। मनसुख मांडविया को भरोसा है कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई और भी मजबूत होगी।
भारत की कोविड से लड़ाई अब और अधिक मज़बूत @CDSCO_INDIA_INF ने
>6 से <12 आयुवर्ग के लिए 'Covaxin'
>5 से <12 आयुवर्ग के लिए 'Corbevax'
12 से ऊपर के आयुवर्ग के लिए 'ZyCoV-D' की 2 डोज को
'Restricted Use in Emergency Situations' की मंज़ूरी दी है।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) April 26, 2022
गौरतलब है कोविड-19 के कोरोना वैरियंट का संक्रमण एक बार फिर भारत के कुछ राज्यों बढ़ता दिखाई दे रहा है| यह वैरियंट छोटे व किशोर बच्चों में देखा गया है| फ़िलहाल केंद्र की ओर से कोरोना के बढ़ते संक्रमण व उसके टीकाकरण को लेकर ऐतिहातिक कदम उठाया जा रहा है|
विशेषज्ञों ने कहा है कि कोरोना के कुछ प्रकार छोटे बच्चों के लिए अधिक जोखिम पैदा करते हैं। इसलिए बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने के प्रयास किए जा रहे थे। इस बीच, कोविड-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन CorbeVax, वर्तमान में 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को दिया जा रहा है।
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