भारत-चीन सैन्य झड़प:​ दोनों सदनों में सरकार को घेरने की तैयारी – कांग्रेस

हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक देश के रूप में एकजुट हैं। इस पर कोई राजनीति नहीं की जाएगी।​ ​​लेकिन मोदी सरकार को प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर चीन की घुसपैठ के बारे में स्पष्ट रूप से सूचित करने की जरूरत है

भारत-चीन सैन्य झड़प:​ दोनों सदनों में सरकार को घेरने की तैयारी – कांग्रेस

India-China military skirmish: Preparations to surround the government in both houses - Congress

अरुणाचल प्रदेश में तवांग के यांग्त्से सीमा क्षेत्र में पिछले शुक्रवार (9 दिसंबर) को चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में कई भारतीय सैनिकों के घायल होने की खबरें सामने आने के बाद कांग्रेस ने इस मामले पर चर्चा की मांग की है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा है कि इस मामले पर संसद में चर्चा के जरिए देश को भरोसे में लेने की जरूरत है​|

कांग्रेस के कई नेता इसी मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे हैं​| कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्विटर पर इस मुद्दे पर टिप्पणी की है। “एक बार फिर चीनी और भारतीय सैनिक भिड़ गए। हमारे जवानों ने बहादुरी से इसका सामना किया। इसमें कुछ जवान घायल हो गए। हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक देश के रूप में एकजुट हैं। इस पर कोई राजनीति नहीं की जाएगी।​ ​लेकिन मोदी सरकार को प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर चीन की घुसपैठ के बारे में स्पष्ट रूप से सूचित करने की जरूरत है और अप्रैल 2020 से चीनी पक्ष में निर्माण शुरू हो गया है।”

उन्होंने कहा, ‘सरकार के लिए यह जरूरी है कि वह संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करे और देश को भरोसे में ले। खड़गे ने कहा, हम अपने जवानों की बहादुरी और बलिदान के लिए उनके आभारी हैं।

उधर, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर ट्विटर पर मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है​| “हमें भारतीय सेना की बहादुरी पर गर्व है। मोदी सरकार अपनी राजनीतिक छवि बचाने के लिए ही इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है|इस वजह से चीन की मुश्किलें बढ़ गई हैं।”

​​यह पहली बार नहीं है जब अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ झड़प हुई है। चूंकि सीमा तय नहीं है, इसलिए इस क्षेत्र में गश्त के दौरान भारतीय सैनिक और चीनी सैनिक अक्सर आमने-सामने आ जाते हैं। ऐसी ही एक घटना अक्टूबर 2021 में हुई थी।
 
यह भी पढ़ें-

अरुणाचल में चीन-भारत की सेना में झड़प, दोनों ओर से सैनिक घायल

Exit mobile version