रिकॉर्ड भागीदारी : विद्या की बहन नित्या भी एशियाई खेलों में भाग ले रही हैं। विद्या और नित्या एशियाई खेलों में एक साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली भारत की पहली जुड़वां बहनें हैं। नित्या का जन्म विद्या से एक मिनट पहले हुआ था। उनके पिता एक बार अपने परिवार का समर्थन करने के लिए कोयंबटूर की सड़कों पर ऑटो-रिक्शा चलाते थे। नित्या महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में प्रतिस्पर्धा करती है जबकि विद्या 400 मीटर बाधा दौड़ में प्रतिस्पर्धा करती है।
रामराज और मीना की दोनों बेटियां कोयंबटूर में पैदा हुईं और 2014 तक एक स्थानीय सरकारी स्कूल में पली-बढ़ीं। विद्या ने 2014 में मेडल तो जीता था, लेकिन आगे का सफर कठिन था। कोच नेहपाल सिंह राठौड़ की मदद से उन्होंने फिर कड़ी मेहनत की और 2021 फेडरेशन कप में 400 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता।
इसके बाद उन्होंने ओपन नेशनल में दोहरी सफलता हासिल की, जिसके चलते विद्या को रेलवे में नौकरी मिल गई। पलक्कड़ डिविजन के सीनियर क्लर्क बनने के बाद परिवार की स्थिति में काफी सुधार हुआ। नित्या चेन्नई में आयकर विभाग में शामिल हुईं और अब चेन्नई में मल्टी-टास्किंग स्टाफ के रूप में तैनात हैं।
Vithya you beauty 😍
Vithya Ramraj has equaled National Record mark (55.42s) of legend PT Usha in 400m Hurdles.
Vithya topped her Heat & is through to FINAL #IndiaAtAsianGames #AGwithIAS #AsianGames2023 pic.twitter.com/6751RZK9Y8
— India_AllSports (@India_AllSports) October 2, 2023
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