308 साल बाद मिली जगदीशपुर को अपनी पहचान, जानिए पूरी कहानी 

औरंगजेब के शासनकाल में बदला गया था इस गांव का नाम 

मध्य प्रदेश की  शिवराज सरकार ने यूपी सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए भोपाल जिले के इस्लाम नगर गांव का नाम बदलकर जगदीशपुर कर दिया है। इससे पहले भी शिवराज सरकार ने होशंगाबाद जिले का नाम बदलकर नर्मदापुरम कर दिया था। हाल ही में इस होशंगाबाद रेलवे स्टेशन का भी नाम बदलकर नर्मदापुरम कर दिया गया है। बता दें कि इस्लाम नगर भोपाल जिले से 14 किलोमीटर दूर है। यहां बहुत साड़ी ऐतिहासिक विरासत हैं।

राजस्व विभाग ने इस संबंध में एक ट्वीट किया है। जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार इस्लाम नगर का नाम जगदीशपुर बदलने के लिए मंजूरी दे दी है। राजस्व विभाग द्वारा अधिसूचना में कहा गया है कि गृह मंत्रालय द्वारा मिले पत्र के बाद इस गांव का नाम जगदीशपुर किया गया है। बताया जा रहा है कि औरंगजेब के भगोड़े सैनिक दोस्त मोहम्मद खान ने 308 साल पहले इस गांव का नाम इस्लामपुर कार दिया था। कहा जा रहा है कि 30 सालों से लोग इस गांव का नाम बदलने की मांग कर रहे थे।
बताया जाता है कि जगदीशपुर में परमार क्षत्रपों का शासन था।इसके बाद यहां गोंड और बाद में देवड़ा राजपूतों का शासन हो गया। 1715 में मोहम्मद ने जगदीशपुर पर हमला कर दिया। इस लड़ाई में राजपूतों ने मोहम्मद खान को कड़ी टक्कर दी। जिसमें उसकी हार हो गई। इसके बाद मोहम्मद खान ने एक साजिश के तहत राजपूतों को मार डाला था।
कहा जाता है कि हार जाने के बाद मोहम्मद खान ने राजपूतों को एक सहभोज में आमंत्रित किया था। उसने देवरा चौहान को बेस नदी के किनारे रात्रिभोज दिया था। इसके बाद जिसमें सभी राजपूत भोजन कर रहे थे उस तम्बू की रस्सी काट कार सभी राजपूतों को मार डाला। बताया जाता है कि इस घटना के बाद बेस नदी का नाम हलाली नदी पद गया। इसके बाद मोहम्मद ने जगदीशपुर का नाम बदलकर इस्लामनगर कर दिया था।
ये भी पढ़ें  

संघ की विचारधारा क्या है? सरकार्यवाह ने कहा, ‘संघ दक्षिणपंथी नहीं है और…’

ED का दावा: शराब घोटाले के पैसे से AAP ने गोवा में चुनाव प्रचार किया 

Exit mobile version