बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा के मामले में जांच के लिए शनिवार को सीबीआइ की टीम पहुंच चुकी है। सीबीआई की 30 सदस्यीय टीम तीन भागों में अलग-अलग होकर जांच शुरू करेगी। पहली टीम आज रामपुरहाट पुलिस स्टेशन में पुलिस से केस डायरी तथा सभी दस्तावेज अपने हाथों में लेगी।
वहीं, दूसरी टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच करेगी तथा नमूना संग्रह करेगी, जबकि तीसरी टीम जांच के सिलसिले में मृतकों के स्वजन से बातचीत करेगी।दूसरी ओर बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा की घटना के खिलाफ केंद्रीय हस्तक्षेप की मांग को लेकर बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायक व नेता आज रामपुरहाट में धरना देंगे।
गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बीरभूम जिले के रामपुरहाट में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की हत्या के बाद हुई भीषण हिंसा के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का शुक्रवार को आदेश दिया। सोमवार देर रात हुई इस हिंसा में उग्र भीड़ द्वारा बोगटूई गांव में कई घरों में आग लगाए जाने से 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी।
अदालत ने सीबीआई को जांच सौंपते हुए बंगाल सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) से मामले के कागजात और गिरफ्तार लोगों को सीबीआई के सुपुर्द करने को कहा। मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति आर भारद्वाज की खंडपीठ ने इसके साथ ही सीबीआई को मामले में सात अप्रैल तक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा सीबीआई ने पुलिस की शिकायत के आधार पर शुक्रवार को 10 अलग-अलग धाराओं (हत्या, हत्या की कोशिश, आगजनी आदि) में एफआईआर दर्ज की।
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