उत्तर प्रदेश में इन दिनों राज्य का माहौल ख़राब करने की हर संभव कोशिश में समाज एक धड़ लगा हुआ है| वही इसका साथ राज्य के कुछ राजनीतिक रहनुमाओं द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से दिया जा रहा है, जिसका परिणाम आये दिन कई-न-कई पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है| हालांकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा इन पत्थरबाजों और इनके रहनुमाओं से निपटने का अपना खाका भी तैयार कर लिया है|
वही, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने शनिवार को शायराना अंदाज में एक बड़ी बात कही| उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि जिनके खुद के घर पर बुलडोज़र का साया होता है, वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते। उनके ट्वीट करने के बाद लगातार प्रतिक्रियाएं आयी।
प्रदेश में शुक्रवार को पत्थरबाजी के बाद स्वतंत्रदेव सिंह के बयान के सामने आने पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आयी। प्रतिक्रिया देते हुए हेमंत शुक्ला ने कहा कि देवी-देवताओं के अपमान करने वालों का हिंदू मंदिर तोड़ने वालों को आखिर फांसी कब होगी। सिंह के ट्वीट का हवाला देते हुए पंकज राजपूत ने कहा कि सही कहा,अब बुलडोज़र को घर से साथ-साथ मदरसों और मस्जिदों की तरफ़ भी घुमाना पड़ेगा, आखिर जिहाद की फैक्ट्री तो वहीं चल रही है।
सदानंद गुप्ता ने भी स्वतंत्रदेव सिंह के ट्वीट का समर्थन करते हुए कहा कि तरीके से तोड़ना होगा, जिससे कि इनकी सात पुस्तें कांपनी चाहिए। पत्थर पकड़ते हुए इन्हें ये एहसास हो जाना चाहिए कि हमारे देश में मुगलों का राज नहीं कानून का राज है। कानून का राज रहेगा, चंद इस्लामिक देश और उनके इशारे पर चलने वाले विपक्ष के हैं।
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