”इमरजेंसी” फिल्म जो दिवंगत इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म है| इस फिल्म का निर्देशन, सह-निर्माण और अभिनय भी कंगना राणावत ने किया है| उन्होंने पहले सेंसर बोर्ड पर फिल्म की रिलीज में देरी करने के लिए उसकी स्वीकृति देने में देरी करने का आरोप लगाया था। यह फिल्म छह सितंबर को रिलीज होने वाली थी।
बता दें कि कंगना राणावत की विवादित फिल्म ”इमरजेंसी” को लेकर एक बार फिर आज बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में बहस के दौरान प्रोडक्शन कंपनी जी एंटरटेनमेंट के वकील ने अदालत में कहा कि वे रिवाइजिंग कमेटी द्वारा सुझाए गए बदलावों से सहमत हैं। यानी की फिल्म निर्माता बदलाव करने के लिए सहमत हो गए हैं।
वही, वकील ने कहा कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) द्वारा सुझाए गए बदलावों को लागू करने के लिए एक प्रारूप पेश किया है। अब सीबीएफसी इस प्रारूप पर अपनी प्रतिक्रिया देगा और अगली सुनवाई तीन अक्तूबर को होगी।
गौरतलब है कि फिल्म को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सेंसर बोर्ड की संशोधन समिति ने फिल्म में 13 कट लगाने का आदेश दिया है और इसे यू/ए सर्टिफिकेट जारी किया। इनमें कथित तौर पर एक अस्वीकरण जोड़ना, कुछ संवाद और दृश्य हटाना और फिल्म में ऐतिहासिक संदर्भों का समर्थन करने के लिए तथ्य प्रदान करना शामिल है।
”इमरजेंसी” तब विवादों में घिर गई है, जब शिरोमणि अकाली दल समेत सिख संगठनों ने इसकी रिलीज पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया है कि इसमें समुदाय को गलत तरीके से पेश किया गया है और ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। फिल्म के सह-निर्माता जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीएफसी को फिल्म के लिए प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश देने की मांग की थी।
सीबीएफसी के वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने कहा था, ‘समिति ने सर्टिफिकेट जारी करने से पहले कुछ कट लगाने का सुझाव दिया है और फिल्म को रिलीज किया जा सकता है।’ फिल्म की टीम ने इस बात पर निर्णय लेने के लिए समय मांगा कि वे कट्स के साथ आगे बढ़ेंगे या नहीं।आज हुई सुनवाई के दौरान फिल्म निर्माता बदलाव करने के लिए सहमत हो गए हैं।
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