ब्रिटेन में बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री का पद छोड़ने के बाद लिज ट्रस ने यह कुर्सी संभाली थी। ट्रस को टोरी लीडरशिप के चुनाव में कुल 81,326 वोट मिले थे। वहीं, ऋषि सुनक को 60,399 वोट मिले थे। उन्होंने चुनाव में अपने प्रतिद्वद्वी ऋषि सुनक को को 20,927 वोटों से हराया था। इसके बाद लिस ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बन गईं थीं। इससे पहले मार्गरेट थैचर और थेरेसा मे इस पद पर रह चुके थे। हालांकि तब भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता ऋषि सुनक ने चेतावनी दी थी कि लिज ट्रस की आर्थिक नीतियां ब्रिटेन को नुकसान पहुंचाएंगी। लेकिन पीएम बनने के बाद भी ट्रस ने सुनक की चेतावनी पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। आखिरकार ब्रिटेन में भारी राजनीतिक उथल-पुथल और आर्थिक दबाव के बीच लिज ट्रस ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में प्रवेश करने के 45 दिनों के भीतर ही यूनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री के रूप में गुरुवार, 20 अक्टूबर को इस्तीफा दे दिया। ट्रस के पीएम पद छोड़ने के साथ ही एक बार फिर ऋषि सुनक की दावेदारी की चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल जब लिज ट्रस ने जब प्रधानमंत्री का पद संभाला था, तब महंगाई का सामना कर रही ब्रिटेन की जनता को उनसे बहुत उम्मीदें थीं। इसकी एक प्रमुख वजह यह भी थी कि ट्रस ने अपने चुनावी अभियान में जनता से लोक-लुभावन वादे किए थे। उन्हें सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने वाला एक प्रमुख चुनावी वादा टैक्स में कटौती करना था। लिज ट्रस ने सत्ता में आने के बाद टैक्स में कटौती की, लेकिन वह दो अक्टूबर को अपने चुनावी वादे से मुकर गईं। उन्होंने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का फैसला वापस ले लिया। उनके इस फैसले से पार्टी के अंदर ही बगावत की आग उठने लगी थी। हालांकि पीएम की पोस्ट से लिट ट्रस का इस्तीफा देना ऋषि सुनक के लिए ‘गोल्डन चांस’ हो सकता है। ट्रस के इस्तीफे के बाद अब ऋषि सुनक की दावेदारी मजबूत हो गई है।
हालांकि इससे पहले 7 जुलाई को बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के पीएम पद से इस्तीफा दिया था। जॉनसन का नाम कई विवादों से जुड़ गया था। इसके बाद जॉनसन के खिलाफ कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफों की मांग उठी थी। जिसके बाद उन्हें भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। वहीं यू-जीओवी के एक नये सर्वेक्षण में पाया गया है कि ब्रिटेन में अगर अभी कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व के लिए चुनाव कराये जाते हैं तो ऋषि सुनक इस चुनाव को जीत सकते हैं। दरअसल सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद लिज ट्रस को चुनने के बाद अपने फैसले पर अफसोस जता रहे हैं। वहीं सांसदों को फिर से मतदान करने का मौका मिलता है तो पार्टी के 55 प्रतिशत सदस्य अब ऋषि सुनक को वोट देंगे, जबकि ट्रस को महज 25 प्रतिशत लोग वोट देंगे। वहीं बोरिस जॉनसन के वफादार सांसद कोई अड़ंगा नहीं लगाते हैं तो ऋषि सुनक का ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुना जाना तय है।
ये भी देखें
अमेरिका राष्ट्रपति बाइडेन ने हिजाब विरोधियों का किया समर्थन, दी बड़ी चेतावनी