हरियाणा के मेवात-नूंह में हुई हिंसा के बाद अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने बड़ी कार्रवाई की। शुरूआती जांच में सामने आया है कि नूंह हिंसा में अवैध रूप से रहे रोहिग्या मुसलमान शामिल थे। कुछ आरोपियों को पकड़ा भी गया है। बताया जा रहा है कि रोहिंग्या ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमा रखा था। जिस पर प्राधिकरण ने चार घंटे तक बुलडोजर चलाकर 200 से अधिक बस्तियों को जमींदोज कर दिया। बताया जा रहा है कि इन बस्तियों में बांग्लादेश से आये लोग अवैध तरीके से रह रहे थे। इन पर हिंसा में शामिल होने का आरोप है।
नूंह हिंसा के बाद अब हरियाणा पुलिस कार्रवाई तेज कर दी है। अब तक पांच जिलों 93 एफआईआर दर्ज की गई है जबकि 176 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।केवल नूंह में 46 एफआईआर, फरीदाबाद में तीन एफआईआर, गुरुग्राम में 23 एफआईआर,पलवल में 18 एफआईआर और रेवाड़ी में 3 एफआईआर दर्ज की गई है। गौरतलब है कि सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद की निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है। वहीं पुलिस ने सोशल मीडिया पर 2300 वीडियो की पहचान की है। माना जा रहा है कि इन्हीं वीडियो की वजह से हिंसा भड़की है।पुलिस इन वीडियो को उकसाने वाला बताया है।
नूंह हिंसा में शामिल आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। आरोपियों ने बताया कि वे भीड़ में शामिल होकर अवैध हथियारों से गोलियां चलाये थे। इसी तरह से भीड़ में ही शामिल होकर ईंट पत्थर से फेंके और लाठी डंडों से हमला किये। इसके बाद वे अपने लाठी डंडे और हथियारों को छिपा दिया। वहीं, आरोपियों ने यह भी बताया कि हिंसा के बाद कई आरोपी मेवात की पहाड़ियों, उत्तर प्रदेश के आगरा ,मेरठ और अलीगढ़ में छिपे हुए, इसके अलावा राजस्थान के उदयपुर और जयपुर में छिपे हैं।
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