रमजान और होली शांति से मनाएं, कानून अपने हाथ में न लें: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

रमजान और होली शांति से मनाएं, कानून अपने हाथ में न लें: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

Celebrate Ramzan and Holi peacefully, do not take law into your hands: Maulana Shahabuddin Razvi

इस साल रमजान का पवित्र महीना और हिंदू समुदाय का प्रमुख त्योहार होली एक ही दिन पड़ रहे हैं। इस अवसर पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने एक वीडियो संदेश जारी कर दोनों समुदायों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।

मौलाना रजवी ने कहा कि रमजान सब्र और सहनशीलता सिखाने वाला महीना है। कुरान शरीफ में भी कहा गया है कि अल्लाह सब्र करने वालों के साथ होता है। उन्होंने नबी की हदीस का जिक्र करते हुए कहा कि एक सच्चा मुसलमान वह है जिससे किसी को भी हाथ, जुबान या व्यवहार से कोई कष्ट न पहुंचे। उन्होंने सभी से धैर्य बनाए रखने और इस्लामिक शिक्षाओं का पालन करने का आग्रह किया।

उन्होंने मस्जिदों के इमामों और मुतवल्लियों से अपील की कि जिन इलाकों में हिंदू और मुस्लिम समुदाय साथ रहते हैं, वहां जुमा की नमाज का समय 2:30 बजे कर दिया जाए ताकि दोनों त्योहारों का सुचारू रूप से पालन किया जा सके। मुस्लिम बहुल इलाकों में इस समय में बदलाव की जरूरत नहीं होगी।

मौलाना ने मुसलमानों से अनुरोध किया कि होली के दिन अनावश्यक रूप से सड़कों और गलियों में न घूमें और केवल आवश्यक कार्यों के लिए ही बाहर निकलें। यदि कोई बच्चा या अनजान व्यक्ति रंग डाल दे, तो प्रतिक्रिया न दें, बल्कि घर जाकर पानी से रंग साफ कर लें, क्योंकि इससे कपड़ा अपवित्र नहीं होता।

हिंदू समुदाय से भी उन्होंने अपील की कि वे रोजेदारों और हिजाब पहनने वाली महिलाओं पर रंग न डालें और अपने बच्चों को भी ऐसा करने से रोकें। उन्होंने कहा कि सभी को एक-दूसरे के त्योहारों का सम्मान करना चाहिए और शांति बनाए रखनी चाहिए।

यह भी पढ़ें:

जोमैटो, स्विगी और जेप्टो के खिलाफ डिस्ट्रीब्यूटर्स की प्रतिस्पर्धा आयोग में शिकायत!

क्या इंग्लैंड की व्हाइट-बॉल क्रिकेट टीम संभालेंगे बेन स्टोक्स

फूल और प्राकृतिक चीजों से हर्बल गुलाल बना आत्मनिर्भर बनी महिलाएं, होली से पहले बढ़ी मांग

मौलाना ने सभी को आगाह किया कि वे किसी भी तरह के उकसावे में न आएं और कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश न करें। यदि कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें और मामले को अधिकारियों के समक्ष रखें। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले शरारती तत्वों से सावधान रहने की सलाह दी है।  उन्होंने अंत में दोनों समुदायों से सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने और एक-दूसरे के त्योहारों का सम्मान करने की अपील की।

Exit mobile version