भारत के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली को न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के अंतिम ग्रुप मैच में शानदार फील्डिंग के लिए ‘फील्डर ऑफ द मैच’ मेडल से सम्मानित किया गया। इस मैच में वरुण चक्रवर्ती ने पांच विकेट लेकर भारत को 44 रन से जीत दिलाई, जिससे टीम ग्रुप ए में शीर्ष स्थान पर रही। अब भारत मंगलवार को दुबई में पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा, जबकि न्यूजीलैंड बुधवार को लाहौर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेगा।
मैच के बाद भारतीय फील्डिंग कोच टी दिलीप ने ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों की प्रशंसा की और सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग के दावेदारों की घोषणा की। इसके बाद ट्रेनिंग असिस्टेंट उडेनाका नुवान सेनेविरत्ने ने यह मेडल कोहली को सौंपा, जो अपने करियर के 300वें वनडे में खेल रहे थे।
टी दिलीप ने बीसीसीआई द्वारा उसकी वेबसाइट पर पोस्ट एक वीडियो में कहा, “हम हमेशा बेहतरीन फील्डिंग टीम बनने की बात करते हैं। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि खिलाड़ी कितने सक्रिय हैं। अलग-अलग मौकों पर हमने शानदार फील्डिंग की। जब मिचेल बल्लेबाजी के लिए आए, तो हमने उन्हें स्ट्राइक रोटेट नहीं करने दी। आउटफील्ड से तेज थ्रो भी शानदार रहे।”
उन्होंने आगे कहा, “पुरस्कार के दावेदारों में पहला नाम अक्षर पटेल का है, जिन्होंने सुपरमैन जैसी कैचिंग दिखाई। हर मैच में उन्होंने बेहतरीन फील्डिंग की। दूसरा नाम विराट कोहली का है, जो हमेशा सही स्थान पर रहते हैं और जरूरी कैच पकड़ते हैं। तीसरा नाम श्रेयस अय्यर का है, जिन्होंने कई बार डाइव लगाई।”
इस मैच में कोहली 300 वनडे खेलने वाले भारत के सातवें खिलाड़ी बने। उनसे पहले यह उपलब्धि सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, एमएस धोनी, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली और युवराज सिंह ने हासिल की थी। हालांकि कोहली इस मैच में सिर्फ 11 रन बनाकर आउट हो गए। मैट हेनरी की गेंद पर उन्होंने एक शॉट खेला, लेकिन ग्लेन फिलिप्स ने एक हाथ से शानदार कैच लपक लिया।
श्रेयस अय्यर ने भारत के लिए सर्वाधिक 79 रन बनाए, जबकि अक्षर पटेल ने 42 और हार्दिक पांड्या ने 45 रन जोड़कर टीम का स्कोर 50 ओवर में 249/9 तक पहुंचाया। इसके बाद वरुण चक्रवर्ती की अगुवाई में भारतीय स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच को 44 रनों से जीतने में अहम भूमिका निभाई।
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