रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जहां एक आंतरिक कलह से जूझ रही है। वहीं, दूसरी तरफ बघेल सरकार के मंत्री अनाप शनाप बयान देकर सरकार की किरकिरी करा रहे हैं। किम बघेल राज्य शराबबंदी की बात कर रहे हैं वहीं उनके मंत्री शराब पीने की सलाह दे रहे हैं। हुआ यह कि बुधवार को महिला और बाल कल्याण मंत्री अनिल भेड़िया ने पुरुषों से कहा कि थोड़ा पीयें और सो जाएँ। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने अब इस विवादास्पद बयान पर अपनी सफाई दी है। बीजेपी ने भी मंत्री के बयान जोरदार पलटवार किया है।
बालोद जिले के सिंघोला गांव में पहुंची मंत्री के पास शराबखोरी को लेकर महिलाओं की कई शिकायतें आई थीं। गांव की कई महिलाओं ने बताया कि जब से सरकार ने ग्रामीणों को अपनी शराब बनाने की अनुमति दी है, तब से गांव में इसकी खपत और बढ़ गई है। इस पर मंत्री ने ग्रामीणों से हंसते हुए कहा कि पीते हो तो कम पिया करो और घर में चुपचाप सो जाया करो, घर चलाने वाली महिलाओं को परेशानी हो रही है। विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।
यह राजनीतिक शरारत है। मंत्री अनिला भेदिया ने कहा कि मैं शराब के आदि पुरुषों को संबोधित कर रही थी और मैंने कहा कि उन्हें कम पीना चाहिए। घर और बच्चों की जिम्मेदारियों के चलते महिलाओं को काफी मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है। मेरे कहने का मतलब था कि शराब की लत बुरी है और हर किसी को इससे छुटकारा पाना चाहिए।अनिला भेदिया के इस बयान पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। बीजेपी का कहना है कि एक ओर सरकार शराबबंदी की बात कर रही है तो दूसरी तरह उसे मंत्री लोगों शराब पीने की सलाह दें रहे हैं। बीजेपी ने कहा ऐसे बयान से जनता में गलत संदेश जाएगा।