कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ अभी जम्मू-कश्मीर में है। वहीं भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू के सतवारी चौक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने कई दावे किए लेकिन कोई भी प्रमाण नहीं दिया। वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल झूठ पर राज कर रही है, सर्जिकल स्ट्राइक पर जानकारी ना संसद में पेश की गई और ना ही सार्वजनिक की गई।
दिग्विजय सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पुलवामा की घटना सरकार की चूक है। आगे उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार केवल हिंदू-मुसलमान में नफरत फैला रही है और कोई काम नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि भाजपा समस्या कायम रखना चाहती है ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहे। कांग्रेस नेता ने कहा कि हर गाड़ी की चेकिंग होती है तो फिर स्कॉर्पियो गाड़ी की जांच क्यों नहीं हुई, जिसके टकराने से 40 जवान शहीद हो गए। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बावजूद यहां पर आतंकवाद अब भी खत्म नहीं हुआ है।
हालांकि दिग्विजय सिंह के इस बयान से एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा होने के बाद कांग्रेस ने इससे दूरी बना ली और कहा कि यह उनका अपना विचार है और पार्टी के रुख को प्रदर्शित नहीं करता। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि दिग्विजय सिंह की टिप्पणी उनके “निजी विचार” थे और पार्टी की ओर से इसका समर्थन नहीं किया गया।
दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी नफरत में अंधी हो गई है और उसने सशस्त्र बलों का अपमान किया है। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कांग्रेस अब हमारे रक्षा बलों के शौर्य पर सवाल उठा रही है।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “कांग्रेस हमारे रक्षा बलों की वीरता पर सवाल उठा रही है, उन्हें उन लोगों पर भरोसा नहीं है जो हमारी रक्षा करते हैं।” हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी वीर सेना अपना पराक्रम दिखाती है तो सबसे अधिक दर्द उस देश को होता है जिसको सबक सिखाया जाता है। लेकिन ये दुखद है कि दर्द भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को होता है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपना नाम बदलकर पाक परास्त पार्टी (पीपीपी) कर लेना चाहिए। यह कांग्रेस की आदत और डीएनए है, जिस दिन हम पराक्रम दिवस मना रहे हैं।
शहीद सीआरपीएफ हवलदार नसीर अहमद की पत्नी शाजिया कौसर ने कहा, “कई जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है, उनका परिवार ही जानता है कि वे अब कैसे जी रहे हैं। राजनेताओं को इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए, इस तरह के सवाल नहीं उठाने चाहिए। हमें उन जवानों पर गर्व है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लोगों को एकजुट करने और प्यार व शांति फैलाने के पार्टी के दावे सिर्फ नाम के लिए हैं। लेकिन इसका असली मकसद भारत को तोड़ना है। दिग्विजय सिंह के बयान उसी का एक उदाहरण हैं और उनके जरिए इस्तेमाल की गई भाषा इसका सबूत है।
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