कोरोना संक्रमित सुंदरलाल बहुगुणा का निधन,पेड़ों को दी थी नयी जिंदगी  

कोरोना संक्रमित सुंदरलाल बहुगुणा का निधन,पेड़ों को दी थी नयी जिंदगी  

नई दिल्ली। चिपको आंदोलन के प्रणेता और पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा का कोरोना से निधन हो गया है।94 साल के थे। ये जानकारी ऋषिकेश एम्स की तरफ से दी गई है। एम्स में उनका इलाज चल रहा था।सुंदरलाल बहुगुणा ऋषिकेश एम्स में भर्ती थे।अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक आज दोपहर 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।बताया जा रहा है कि संक्रमण की वजह से उनका ऑक्सीजन काफी कम हो गया था जिसकी वजह से उनका निधन हो गया।8मई को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।12 मई को संक्रमण उनके फेफड़ों तक पहुंच गया था।

उन्हें लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था.डॉक्टर्स की टीम उनके इलाज में जुटी हुई थी। मंगलवार को कॉर्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स ने उनकी हृदय संबंधी कई जांचें की भी थीं।दाएं पैर में सूजन आने की शिकायत पर उनकी डीवीटी स्क्रीनिंग भी की गई थी।गुरुवार को उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन 86 पर पहुंच गया था। लगातार उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा था।

1980 की शुरुआत में बहुगुणा ने हिमालय की कई हजार किलोमीटर की यात्रा की थी। यात्रा के दौरान उन्होंने बहुत से गांव का दौरा किया और लोगों के बीच पर्यावरण सुरक्षा का संदेश फैलाया।उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भेंट की और उनसे 15 सालों तक के लिए पेड़ों के काटने पर रोक लगाने की अपील की थी।उनकी इस कोशिश पर पेड़ों के काटने पर 15 साल के लिए रोक लगा दी गई थी।

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