कुछ तटीय राज्यों में भी चक्रवाती तूफान से बारिश और नुकसान होने की सम्भाना बनी हुई है।
नई दिल्ली। केरल में चक्रवाती तूफान की वजह से कई हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। केरल रेड अलर्ट जारी है. बता दें कि राज्य में चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ के आने की संभावना से वहां स्थिति गंभीर बनी हुई है। भारत के कुछ तटीय राज्यों में भी हल्की और बारिश के आसार हैं। यह चक्रवात तूफान में तब्दील होने बाद 150 से 160 किमी प्रति घंटे से लेकर 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ तेजी से बढ़ सकता है। केरल में मछुआरों को क्षेत्र में पानी से दूर रहने की चेतावनी दी गई है.गहरे समुद्र में गए मछुआरों को वापस बुला लिया गया है. जिला प्रशासन ने कोल्लम, अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, मलप्पुरम और कोझीकोड में घरों में पानी भर जाने की वजह से परिवारों को निकालना शुरू कर दिया है. पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की भी चेतावनी दी गई है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तैयार है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ की 24 टीमें पहले से तैनात हैं और 29 टीमें केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र के लिए तैयार है। भारत मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात तौकते (cyclone Tauktae) को 17 मई को ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल सकता है।
तूफान के बनने के बाद यह 150 से 160 किमी प्रति घंटे से लेकर 175 किमी प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर हवा की गति के साथ तेजी से बढ़ सकता है। अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र 16 मई तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है, जिससे गोवा और दक्षिण कोंकण गुजरात, कर्नाटक (तटीय एवं आसपास के जिलों) में 15 मई को अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। बता दें कि तूफान को ‘तौकते’ नाम म्यांमार ने दिया है जिसका मतलब ‘छिपकली’ होता है. इस साल भारतीय तट पर यह पहला चक्रवाती तूफान होगा।