उत्तर प्रदेश में मानसून की देरी की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बैठक बुलाई| इस दौरान उन्होंने बारिश और खरीफ की फसल की स्थिति की समीक्षा की। दक्षिणी पश्चिमी मानसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर ही वर्षा हुई है, जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62 प्रतिशत कम है।
इस बीच एकमात्र आगरा जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य वर्षा हुई। ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80 से 120 प्रतिशत)और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60-80 प्रतिशत) वर्षा हुई है। 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40 से 60 प्रतिशत तक ही वर्षा दर्ज की गई है।
अधिकारीयों की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मौसम वैज्ञानिकों के आकलन के अनुसार आगामी 18 जुलाई से अच्छी वर्षा की संभावना है, जिसके कारण विलंब से बोआई उपज को प्रभावित करती है।
सभी परिस्थितियों के लिए हमारी कार्ययोजना तैयार रहनी चाहिए। कृषि, सिंचाई, राहत , राजस्व आदि सम्बंधित विभाग अलर्ट मोड में रहें। प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें। उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी पेयजल का अभाव न हो। विंध्य और बुंदेलखंड में पेयजल की सुचारू आपूर्ति बनी रहे। वन विभाग वन्य जीवों के लिए तथा पशुपालन विभाग पशुओं के पेयजल की व्यवस्था बेहतर बनाये रखे। बरसात पर निर्भर जलाशयों में जल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं।
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