अगले दो दिनों में दिल्ली में सांस लेना मुश्किल होने वाला है। यहां प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। देखा जाए तो दिल्ली गैस चैंबर बनने की कगार पर पहुंच गई है। विशेषज्ञों ने दिल्लीवासियों को घर रहने और खिड़की दरवाजे बंद रखने की सलाह दिए हैं।
गुरुवार को दिल्ली के आसमान पर स्मॉग की मोटी परत छा गई। इसके चलते दिनभर जहां वातावरण में घुटन बनी रही वहीं दृश्यता का स्तर भी प्रभावित हुआ है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी, घुटन, गले और नाक में खराश, आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं। वहीं, स्मॉग के चलते दृश्यता का स्तर भी प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग मौसम केंद्र में दृश्यता का स्तर 800 मीटर था। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है।
Thick layer of smoke and haze engulf Delhi, air quality 'very poor'
Visuals from Central Delhi pic.twitter.com/rZFO504FPR
— ANI (@ANI) November 12, 2021
गुरुवार को राजधानी का प्रदूषण स्तर 411 पर पहुंच गया। शुक्रवार को भी यह 400 के पार रहा। आगरा और बागपत में एक्यूआई 437, बल्लभगढ़ में 431, भिवाड़ी में 410, बुलंदशहर में 447, फरीदाबाद 412, फिरोजाबाद 415, गाजियाबाद 461, ग्रेटर नोएडा 417, हापुड 427, हिसार 422, नोएडा 434 और वृंद्वावन 458 पर रहे। सफर के मुताबिक हवा की दिशा उत्तर पश्चिमी होने के चलते दिल्ली की तरफ पराली का धुआं आ रहा है। गुरुवार के दिन दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 26 फीसदी रही।
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