नई दिल्ली। देखभर में कोरोना की दूसरी लहर तांडव मचा रही है. वहीं राजधानी दिल्ली में कोरोना बेकाबू हो चला है. .रोजाना यहां सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 448 लोगों की मौत हुई है. राजधानी दिल्ली में सोमवार को 18 हजार 43 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए. इधर, अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट बना हुआ है. जिसकी वजह से भी लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। हाई कोर्ट भी कोरोना संकट को लेकर दिल्ली और केंद्र सरकार को फटकार लगा चुका है.
इस बीच दिल्ली में भयावह होते कोरोना संकट से निपटने के लिए रक्षा मंत्री सेना की मदद लेने के लिए विचार कर रहे हैं. एक खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार ने सोमवार को हाई कोर्ट को बताया कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) ने इस बात की पुष्टि की है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली कोरोना संकट के मामले को खुद देख रहे हैं. बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर राजधानी दिल्ली में कोरोना अस्पतालों में सुविधाओं और ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सेना को सौंपने का निर्देश देने की मांग की गई थी. एक वकील ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति और इसके वितरण को सशस्त्र बलों को सौंपने की जरूरत है.वहीं कोरोना महामारी से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र से आर्मी की मदद मांगी है. इस बारे में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है. दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति और संबंधित मुद्दों पर हाई कोर्ट में सोमवार को भी सुनवाई हुई. दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने कोर्ट को बताया कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कोरोना संकट को संभालने के लिए सेना की सहायता के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है.
जानकारी के लिए बता दें कि रविवार को केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि अगर दिल्ली सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रही है तो वो केंद्र को बताए. हम दिल्ली के उपराज्यपाल से कहेंगे, वो दिल्ली की जिम्मेदारी संभाल लेंगे . वहीं जब हाई कोर्ट ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों में ऑक्सीजन मुहैया कराने की जिम्मेदारी किसकी है, इस पर तुषार मेहता ने कहा कि हम दिल्ली सरकार के नेतृत्व पर सवाल खड़े नहीं कर रहे हैं, ये पूरे सिस्टम की विफलता है.