कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद जारी है। हाई कोर्ट की ओर से ड्रेस कोड के पालन करने के अंतरिम आदेश के बाद भी कई जगहों पर छात्राएं हिजाब और बुर्का पहनकर पहुंचीं, जिस पर कॉलेज प्रशासन ने ऐतराज जताया। छात्राओं ने कहा कि हम आज क्लासेज में आए थे, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने हमसे एंट्री के लिए बुर्का और हिजाब हटाने को कहा। हम बुर्का हटाने के लिए तो तैयार हैं, लेकिन हिजाब नहीं हटाएंगे।
10वीं तक के स्कूल सोमवार से खुल चुके हैं। बुधवार से स्कूल कॉलेज दोबारा खुले, लेकिन जब शिवमोगा के कॉलेज में स्टूडेंट्स से हिजाब हटाकर क्लास में बैठने को कहा गया तो उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। 30 स्टूडेंट्स कॉलेज से बाहर निकल आए। कॉलेज ने इन छात्राओं से कोर्ट के आदेश के अनुसार फैसला आने तक हिजाब न पहनने की बात कही थी।
कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी लिंगराज अंगाड़ी ने कहा, कि छात्रों को स्कूलों एवं कॉलेजों में ड्रेस कोड का पालन करना होगा। लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि हम बिना हिजाब के संस्थान में नहीं आएंगे। इसलिए आज हमने छुट्टी ही घोषित कर दी।’ इस बीच हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाई कोर्ट में एक बार फिर से सुनवाई होने जा रही है। आज उच्च न्यायालय में छठा दिन होगा, जब इस मामले पर सुनवाई की जाएगी।
उधर तुमकुर में भी छात्राओं ने स्कूल में हिजाब पहनकर जाना चाहा, लेकिन मैनेजमेंट ने उन्हें मना कर दिया। नाराज छात्राओं ने विरोध शुरू कर दिया और वे “अल्लाह हू अकबर और वी वॉन्ट जस्टिस” के नारे लगाते हुए बाहर निकल गईं। हालांकि बागलकोट, बैंगलोर, चिक्का बल्लापुरा ,गडग, शिमोगा, तुमकुर, मैसूर, उडुपी और दक्षिण कन्नड़ में धारा 144 लागू है।
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