मोरक्को का चौथा सबसे बड़ा शहर मराकेश शुक्रवार रात को शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित हुआ। एटलस पर्वत के गांवों से लेकर ऐतिहासिक शहर मराकेश तक एक हजार से अधिक नागरिक मारे गए हैं और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
अल जज़ीरा के अनुसार, तुर्की आपदा और आपातकालीन प्रबंधन विभाग (एएफएडी) का कहना है कि अगर मोरक्को से आपात सूचना मिलती है तो वह चिकित्सा, राहत और खोज और बचाव एजेंसियों के लिए 265 सदस्यों को अलर्ट पर रखा है| इसमें कहा गया है कि अगर रबात में अधिकारियों से अनुरोध मिलता है तो एक हजार टेंटों और तंबुओं को मोरक्को ले जाने के लिए दिया गया है.
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था| एक्स पर पीएम मोदी ने कहा, “मोरक्को में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं| इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं| उन लोगों के प्रति संवेदना, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है| घायल जल्द से जल्द ठीक हों| भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता के लिए तैयार है|”
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में मलबे के पहाड़ और धूल के बादल दिखाई दे रहे हैं, जबकि दीवारें भूकंप की तीव्रता के कारण लटकी नजर आ रही हैं|अन्य पोस्टों में, डरे हुए स्थानीय लोगों को सुरक्षा की तलाश में सड़क पर और आसपास की इमारतों से बाहर भागते देखा जा सकता है|