मुंबई। केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश ओशो के आश्रम में हो रहे घोटालों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ओशो अनुयायियों की आवाज बनेगी। ओशो आश्राम में विदेशियों द्व्रारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच के लिए भारत सरकार से अनुरोध करुंगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इसकी जांच करें।
विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश की मृत्यु को 21 वर्ष बीत चुके हैं। इस दौरान, पुणे में उनके ओशो आश्रम में भ्रष्टाचार की शिकायतें आती रहती हैं। ओशो के अनुयायियों में से एक स्वामी योगेश ने कहा कि ओशो आश्रम के पास पुणे में कुल 20 एकड़ जमीन है, जिसमें से 8 एकड़ जमीन ओशो आश्रम के मौजूदा निदेशकों द्वारा बेची जा चुकी है। करीब 1 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। ओशो आश्रम का नाम बदलकर ओशो रिज़ॉर्ट कर दिया गया है।
इस मामले की जांच की मांग को लेकर ओशो के अनुयायियों ने केंद्रीय सामाजिक न्यायमंत्री आठवले से शुक्रवार को मुलाकात की। इस दौरान आरपीआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृष्ण मिलन शुक्ला ने कहा कि ओशो के अनुयायी आश्रम में किए जा रहे अवैध कृत्यों के कारण परेशान हैं। ओशो के अनुयायियों के आश्रम में प्रवेश पर पाबंदी लगाई जा रही है, वहीं आश्रम प्रबंधन करोड़ों का राजस्व चुराकर विदेश भेज रहा है। मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि भूमि की अवैध बिक्री की त्वरित जांच कराएं और अनुयायियों के लिए ओशो आश्रम निःशुल्क प्रवेश के लिए खोला जाए।