जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत को फर्टिलाइजर घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन जारी किया है। ईडी ने पिछले साल गहलोत के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। उन्हें ईडी के सामने पेश होने को कहा गया था लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए थे।
ईडी के अधिकारियों ने जोधपुर राजस्थान में छह, पश्चिम बंगाल में दो, गुजरात में चार स्थानों और दिल्ली में एक स्थान पर छापेमारी की थी। राजस्थान उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह अग्रसेन गहलोत की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए कहा था कि वह ईडी की जांच में सहयोग करेंगे। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की सत्ताधारी पार्टी राजस्थान के मुख्यमंत्री के करीबी लोगों को निशाना बनाकर अपना शिकार बना रही है। साक्ष्यों के सामने आने के बाद उन पर करोड़ों का जुर्माना भी लगाया गया था।
अग्रसेन गहलोत का फर्टिलाइजर का बिजनेस है। उनकी कंपनी ‘अनुपम कृषि’ काम उर्वरक को रखकर उन्हें किसानों में वितरित करने का था। आरोप है कि यूपीए सरकार के समय अग्रसेन गहलोत की कंपनी ‘अनुपम कृषि’ ने किसानों को देने के लिए आई सब्सिडी वाली पोटाश को फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर विदेश निर्यात कर दिया था। यह पोटाश इंडियन पोटाश लिमिटेड की ओर से विदेश से आयात की गई थी। बता दें कि 2007-2009 के बीच गहलोत के भाई पर सब्सिडी वाले उर्वरक निर्यात करने का आरोप लगाया था। उस समय केंद्र में यूपीए की सरकार थी।
अग्रसेन गहलोत का फर्टिलाइजर का बिजनेस है। उनकी कंपनी ‘अनुपम कृषि’ काम उर्वरक को रखकर उन्हें किसानों में वितरित करने का था। आरोप है कि यूपीए सरकार के समय अग्रसेन गहलोत की कंपनी ‘अनुपम कृषि’ ने किसानों को देने के लिए आई सब्सिडी वाली पोटाश को फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर विदेश निर्यात कर दिया था। यह पोटाश इंडियन पोटाश लिमिटेड की ओर से विदेश से आयात की गई थी। बता दें कि 2007-2009 के बीच गहलोत के भाई पर सब्सिडी वाले उर्वरक निर्यात करने का आरोप लगाया था। उस समय केंद्र में यूपीए की सरकार थी।