मुरादाबाद के बिलारी क्षेत्र में पुलिस ने एक अवैध आधार कार्ड केंद्र का भंडाफोड़ किया है, जहां बिना लाइसेंस के आधार कार्ड बनाए और अपडेट किए जा रहे थे। पुलिस ने छापेमारी के दौरान केंद्र का संचालक वाजिद मलिक को गिरफ्तार कर लिया और मौके से बायोमेट्रिक मशीन, लैपटॉप, प्रिंटर, दर्जनों आधार कार्ड की प्रतियां और अन्य दस्तावेज बरामद किए। जानकारी के अनुसार वाजिद मालिक सपा कारकर्ता है।
सूत्रों के अनुसार, वाजिद मलिक पर संभल हिंसा के बाद सैकड़ों आधार कार्ड में पते और अन्य पहचान संबंधी विवरण बदलने का आरोप है। पुलिस यह जांच कर रही है कि कितने आधार कार्ड में अवैध रूप से संशोधन किए गए हैं और क्या इनमें से कुछ का उपयोग आपराधिक गतिविधियों में किया गया है।
यह अवैध केंद्र बिलारी कोतवाली से कुछ ही दूरी पर स्थित था, जहां वाजिद मलिक कथित तौर पर बिना किसी पंजीकरण के यूआईडीएआई (UIDAI) के नियमों का उल्लंघन कर फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम कर रहा था। पुलिस ने नायब तहसीलदार को बुलाकर इस केंद्र को सील कर दिया है।
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इस मामले में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। भाजपा नेता का कहना है कि ऐसे फर्जी आधार केंद्र राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं और क्या इस अवैध गतिविधि का संबंध किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क से है। संभल हिंसा के बाद आधार कार्ड में संशोधन करने की घटनाओं ने प्रशासन की चिंताओं को बढ़ा दिया है।
इस घटना ने आधार कार्ड प्रणाली की सुरक्षा और निगरानी पर सवाल खड़े किए हैं, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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