किसान अपना कल यानी बुधवार को अपना आन्दोलसन समाप्त कर देंगे। इससे पहले किसान विजय जुलुस निकालेंगे। यह निर्णय सिंधु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे मंगलवार को सियुक्त किसान मोर्चा की एक बैठक में लिया गया। बताया जा रहा है कि केंद्र द्वारा लंबित मुद्दों के लिए एक ड्रॉप सौपे जाने के बाद किसानों ने यह निर्णय लिया।
बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवादित तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। हालांकि इसके बाद भी किसानों ने कुछ मुद्दों को लेकर आंदोलन जारी रखा था । इस दौरान पीएम मोदी ने किसानों से घर लौट जाने की भी अपील की थी। इसके बावजूद किसानों आंदोलन जारी रखा था। वहीं, कुछ किसान वापस जाने के लिए तैयार थे लेकिन कुछ ने इसका विरोध किया था।
ड्रॉप में केंद्र सरकार ने पराली जलाने को अपराध से बाहर कर दिया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और हरियाणा में किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस होंगे। इस संबंध में दोनों राज्यों की सरकारों ने सहमति जताई है। साथ केंद्र और केंद्र शासित राज्यों में भी दर्ज मुकदमें वापस लेने की बात कही गई है।
वहीं, बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की नरमी की वजह से किसानों ने यह निर्णय लिया है। अब किसान 8 दिसंबर यानी बुधवार को विजय मार्च निकाल कर आंदोलन को समाप्त करेंगे। कहा जा रहा है कि किसानों द्वारा बुलाई गई बैठक समाप्त को गई है। किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए प्रस्तावों पर बातचीत हुई, कुछ पर मुद्दों पर स्पष्टीकरण नहीं है लेकिन कल दोहर को होने वाली बैठक इस पर निर्णय लिया जायेगा।
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