देशभर में दिवाली का जश्न चल रहा है. दिवाली दुनिया के हर कोने में भारतीयों द्वारा भी मनाई जाती है। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने देश में वायु प्रदूषण के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरे में देखते हुए सीमित तरीके से पटाखे फोड़ने की इजाजत दी थी| हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए देशभर में पटाखे छोड़े गए|इस वजह से देश में तीन शहरों को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की श्रेणी में रखा गया है। इसमें देश की राजधानी दिल्ली पहले स्थान पर है|स्विस ग्रुप IQAir ने यह रिपोर्ट दी है|
सुबह 11.52 बजे तक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 412 था। इसके बाद लाहौर (पाकिस्तान), बगदाद (इराक), कराची (पाकिस्तान), कुवैत सिटी (कुवैत), कोलकाता (भारत), ढाका (बांग्लादेश), मुंबई (भारत), साराजेवो (बोस्निया), दोहा (कतर) जैसे दस शहर हैं। ) संख्या है|
कोलकाता – 167 ढाका – 155 मुंबई – 154 साराजेवो – 153 दोहा – 149
जकार्ता – 126 काठमांडू – 115 शेनयांग (चीन) – 113 रियाद (सऊदी अरब) – 107
कंफला (युगांडा) – 99पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है| इसके बाद मुंबई में भी वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच गया| प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं| दिल्ली में कृत्रिम बारिश की भी योजना बनाई गई| दिवाली से पहले प्रदूषण में कमी दर्ज की गई थी, लेकिन, शनिवार और रविवार को हुई आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ गया है| मुंबई समेत दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ा|
वायु गुणवत्ता सूचकांक एक संख्यात्मक माप है जिसका उपयोग पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के संदर्भ में दैनिक वायु गुणवत्ता को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। 0 से 50 AIQ वाले शहर में वायु प्रदूषण नहीं होता है। तो, 51 से 100 मध्यम जोखिम है जबकि 101 से ऊपर सभी एआईक्यू को खतरनाक माना जाता है।
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