छत्तीसगढ़ के सरगुजा के एक सरकारी अस्पताल के मनमानी का मामला प्रकाश में आया, जब एक व्यक्ति को अस्पताल की ओर से एम्बुलेंस देने इनकार कर दिया गया| इस स्थिति में पिता द्वारा अपनी 7 वर्षीय बेटी के शव को कंधों पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। बेटी की उपचार के लिए पिता ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हुई थी।
इस घटना को लेकर अस्पताल के अधिकारियों ने अपनी नाकामी पर सफाई देते हुए कहा कि उनकी बेटी की आकस्मिक निधन के बाद परिवार सदमे की स्थिति में था और इसलिए समझ नहीं पा रहा था कि एम्बुलेंस जल्द से जल्द उन तक पहुंचे। जिले के सरकारी अस्पताल यह सफाई लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है|
वहीं, मामला तूल पकड़ता देख छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने इस पूरे घटनाक्रम पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि लखनपुर के संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को पिता को जाने देने के बजाय उसे सुनने के लिए इंतजार करने के लिए समझाना चाहिए था। मैंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) को मामले की जांच करने का आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मामले में लापरवाही के मामले में ब्लाक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) को बदला जाएगा।
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